बीपीएससी परीक्षा कब और कैसे होगी?
बीपीएससी के कैंडिडेट्स नॉर्मलाइजेशन को लेकर प्रोटेस्ट कर रहे हैं. इसके अलावा अब उनकी दो मांग और बीपीएससी के सामने आई हैं.
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं परीक्षा में अलग अलग मांगों को लेकर हुए छात्रों के प्रदर्शन के बाद सियासत गर्म है. इस बीच, छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल बीपीएससी ऑफिस पहुंचा और आयोग के अध्यक्ष से मुलाकात की. छात्र प्रतिनिधिमंडल और आयोग के अधिकारियों की दो घंटे चली बातचीत के बाद छात्रों के प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने कहा कि अध्यक्ष ने उनकी बातों को गौर से सुना है और इसे देखने का आश्वासन दिया. हालांकि प्रारंभिक परीक्षा रद्द करने को लेकर कोई बात साफ नहीं की.
प्रतिनिधिमंडल के छात्रों ने कहा कि हमारी दो मांग अभी भी अधूरी हैं. करीब 70 हजार परीक्षार्थी फॉर्म नहीं भर सके हैं. सर्वर डाउन होने के कारण उन्हें दिक्कत हुई. इसलिए हम लोग फॉर्म भरने के लिए समय बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. इसके अलावा हमारी दूसरी मांग है कि शुक्रवार को आयोग के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान कई परीक्षार्थी चोटिल हुए हैं. ऐसे में परीक्षा की तारीख 25 दिन और आगे बढ़ाई जाए.
छात्रों ने बताया कि अध्यक्ष ने कहा कि आपके मुद्दों पर हम लोग विचार कर रहे हैं. हमारी मांग विचाराधीन है. फिलहाल इस मामले में इतनी जल्द कोई निर्णय नहीं लिया जा सकता है.
शनिवार को स्टूडेंट्स के एक प्रतिनिधिमंडल ने उप-मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा से मुलाकात की थी. इससे दो दिन पहले बीपीएससी की 70वीं परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन को लेकर सैकड़ों कैंडिडेट्स ने बीपीएससी ऑफिस के सामने प्रदर्शन किया था, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा था. लाठीचार्ज में कई लोग घायल हो गए थे. 70वीं परीक्षा की प्रारंभिक परीक्षा 13 दिसंबर को होनी है.
बीपीएससी का आया बयान
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने रविवार को दोहराया कि बीपीएससी 70वीं प्रारंभिक परीक्षा 13 दिसंबर को तय तारीख पर ही होगी और “तारीख को आगे बढ़ाने का कोई सवाल ही नहीं है.” बीपीएससी के अध्यक्ष परमार रवि मनुभाई ने कहा, “परीक्षा की तारीख को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता. बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा 13 दिसंबर को ‘एक शिफ्ट, एक पेपर’ फॉर्मेट में आयोजित की जाएगी.” बीपीएससी ने भी इस संबंध में एक बयान जारी किया. यह बयान ऐसे समय आया है, जब विरोध प्रदर्शन कर रहे बीपीएससी अभ्यर्थियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर परीक्षा की तारीख बढ़ाने की मांग की.