महिला रिपोर्टर की दिलकश आवाज के फैन हुए ट्रंप; जवाब से काट गए कन्नी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में अफगानिस्तान की एक महिला रिपोर्टर की तारीफ की है. हालांकि रिपोर्टर ने जो सवाल उनसे पूछा था ट्रंप ने जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा कि आपकी आवाज और लहजा बहुत अच्छा लेकिन...।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ना सिर्फ अपने फैसलों की वजह से सुर्खियों में बने रहते हैं बल्कि कई बार वो सार्वजनिक आयोजनों में कुछ ऐसा कर देते हैं जो वायरल हो जाता है. हाल ही में उनका एक वीडियो वायरल हो रही है, जिसमें वो अफगानिस्तान की एक महिला रिपोर्टर की तारीफ कर रहे हैं. बतया जा रहा है कि अफगानिस्तान की इस महिला रिपोर्टर ने सवाल पूछा था, इसी दौरान ट्रंप ने कुछ ऐसा कर दिया कि उस रिपोर्टर समेत वहां मौजूद सभी लोग हैरान रह गए.
तालिबान की वापसी को बताया शर्मनाक
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अफगानिस्तान की एक महिला रिपोर्टर के सवाल को टालते हुए कहा,’आपकी आवाज़ और लहजा बहुत खूबसूरत है, लेकिन मैं आपकी बात समझ नहीं पा रहा हूं… शुभकामनाएं, शांति से रहिए.’ यह घटना उस समय हुई जब ट्रंप अफगानिस्तान और तालिबान को लेकर बात कर रहे थे. उन्होंने एक बार फिर अमेरिका की अफगानिस्तान से वापसी को अमेरिकी इतिहास का सबसे शर्मनाक दिन बताया.
तालिबान पर क्या बोले ट्रंप?
अफगानिस्तान पर बात करते हुए ट्रंप ने बताया कि उन्होंने 2019 में कैंप डेविड में तालिबान नेताओं से मिलने की योजना बनाई थी, लेकिन एक अमेरिकी सैनिक की मौत के बाद यह मीटिंग रद्द कर दी. उन्होंने कहा कि तालिबान की हिंसा ने शांति के सभी रास्ते बंद कर दिए. ट्रंप का मानना है कि अमेरिका को अफगानिस्तान में मजबूत मौजूदगी बनाए रखनी चाहिए थी ताकि देश का भविष्य बेहतर हो सकता.
गाजा पर की कब्जे की मांग
इसी प्रेस कांफ्रेंस में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ खड़े होकर ट्रंप ने गाजा पट्टी पर भी एक बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि अमेरिका गाजा को अपने नियंत्रण में ले सकता है और इसे ‘मध्य पूर्व का रिवेरा’ बना सकता है. ट्रंप ने कहा,’मुझे लगता है कि अमेरिका गाजा पट्टी को अपने कब्जे में ले सकता है और इसे शानदार बना सकता है. यह फिलिस्तीनियों के लिए भी अच्छा होगा.’ ट्रंप ने कहा कि गाजा के लोगों को मलबे के ढेर से बाहर निकलने के लिए कोई और जगह तलाशनी होगी. उनके इस बयान की मिस्र और जॉर्डन जैसे कई देशों ने आलोचना की है.