मंदी की आशंकाएं बढ़ने के बावजूद ट्रम्प अपनी बात पर अड़े

वाशिंगटन:राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को चीन पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी दे डाली। अमेरिका-चीन के बीच इस रार से यह चिंता बढ़ गई कि वैश्विक अर्थव्यवस्था को संतुलित करने के उनके प्रयास से व्यापार युद्ध छिड़ सकता है। ट्रम्प की यह धमकी, जिसे उन्होंने सोशल मीडिया पर दिया, चीन द्वारा पिछले सप्ताह घोषित अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की बात कहने के बाद आई। AP की खबर के मुताबिक, उन्होंने ट्रुथ सोशल पर लिखा- अगर चीन 8 अप्रैल, 2025 तक अपने पहले से ही दीर्घकालिक व्यापार दुरुपयोगों से ऊपर 34% की वृद्धि को वापस नहीं लेता है, तो संयुक्त राज्य अमेरिका चीन पर 50% का अतिरिक्त टैरिफ लगाएगा, जो 9 अप्रैल से प्रभावी होगा। साथ ही हमारे साथ उनकी अनुरोधित बैठकों के संबंध में चीन के साथ सभी बातचीत खत्म कर दी जाएंगी!
फेडरल रिजर्व से ब्याज दरें कम करने आह्वान
ट्रम्प ने फेडरल रिजर्व से ब्याज दरें कम करने का भी आह्वान किया है। शुक्रवार को फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने चेतावनी दी कि टैरिफ से मुद्रास्फीति बढ़ सकती है, और उन्होंने कहा कि कोई भी फैसला लेने से पहले हमारे द्वारा भी बहुत प्रतीक्षा और निरीक्षण किया जा रहा है। सीएमई ग्रुप के फेडवॉच के मुताबिक, निवेशकों को उम्मीद है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक इस साल के आखिर तक अपनी बेंचमार्क ब्याज दरों में कम से कम चार बार कटौती करेगा, यह इस बात का संकेत है कि छंटनी और सिकुड़ती अर्थव्यवस्था के डर से मुद्रास्फीति की चिंताएं कम हो जाएंगी।
ट्रम्प अपनी बात पर अड़े रहे
खबर के मुताबिक, शेयर बाजार में गिरावट जारी रहने और मंदी की आशंकाएं बढ़ने के बावजूद ट्रम्प अपनी बात पर अड़े रहे। ट्रंप ने लिखा-मजबूत, साहसी और धैर्यवान बनें, और महान परिणाम होगा। सोमवार की सुबह कारोबार शुरू होते ही डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 1,200 अंकों की गिरावट आई और एसएंडपी 500 मंदी के दौर में प्रवेश करने की राह पर था।
इसका मतलब है कि हाल के उच्च स्तर से 20% की गिरावट। यहां तक कि ट्रम्प के कुछ सहयोगी भी आर्थिक नुकसान के बारे में चिंता जता रहे हैं और वित्तीय पूर्वानुमानों से पता चलता है कि अमेरिकी व्यवसायों, उपभोक्ताओं और निवेशकों के लिए भविष्य में और भी अधिक परेशानी आने वाली है।