आंधी तूफान ने अचानक बदल दिए समीकरण, क्या मौसम फिर बिगड़ने वाला है?
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि यह बदलाव सामान्य है लेकिन इसके असर से नुकसान की आशंका भी बनी हुई है. खासकर किसानों और ग्रामीण इलाकों के लोगों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरूरत है.

अचानक शुरू हुई झुलसती गर्मी के बीच देश के कई हिस्सों में आए आंधी तूफान और बारिश से अब मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है. अप्रैल की शुरुआत में ही जहां एक ओर उत्तर भारत झुलसती गर्मी से परेशान था तो वहीं अब आंधी-तूफान और बारिश ने राहत तो दी है लेकिन साथ ही चिंता भी बढ़ा दी है. पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-NCR से लेकर बिहार और पूर्वोत्तर राज्यों तक मौसम में बदलाव की तस्वीर साफ दिख रही है. इसका क्या प्रभाव होने वाला है इसे समझने की जरूरत है.
गर्मी ने अप्रैल में ही पकड़ा रफ्तार… लेकिन आया ट्विस्ट
असल में पंजाब हरियाणा और चंडीगढ़ में इस साल गर्मी ने समय से पहले दस्तक दी. मौसम विभाग के अनुसार चंडीगढ़ में अप्रैल के पहले हफ्ते में ही तापमान पिछले साल की तुलना में ज्यादा दर्ज किया गया. विशेषज्ञों का कहना है कि यह गर्मी अब और तेज हो सकती है. हालांकि पश्चिमी विक्षोभ के असर से थोड़े समय के लिए राहत जरूर मिल सकती है लेकिन हीटवेव की स्थिति फिर लौट सकती है. 15 अप्रैल के आसपास पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में हीटवेव की चेतावनी जारी की गई है.
इधर दिल्ली-NCR में आंधी और बारिश से मौसम सुहावना
गुरुवार शाम दिल्ली नोएडा और गाजियाबाद में तेज हवाओं और बारिश ने गर्मी से राहत दिलाई. राजधानी में न्यूनतम तापमान 25.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ जो सामान्य से छह डिग्री ज्यादा था. मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि आने वाले दो-तीन दिनों तक हल्की बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं. जिससे तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट आएगी. हालांकि दिल्ली की वायु गुणवत्ता अब भी ‘खराब’ श्रेणी में बनी हुई है जहां AQI 243 दर्ज किया गया.
यूपी-बिहार में भी मौसम ने ली करवट
उत्तर प्रदेश और बिहार में भी मौसम का मिजाज अचानक बदल गया है. यूपी के कई जिलों में तेज हवाओं और बारिश ने गर्मी से राहत दी. वहीं बिहार में आंधी-पानी और वज्रपात ने तबाही मचाई. नालंदा, सीवान, दरभंगा, कटिहार, बेगूसराय, भागलपुर और जहानाबाद में कुल 25 लोगों की मौत हो गई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता की घोषणा की है. मौसम विभाग ने बिहार के कई हिस्सों में ओलावृष्टि और बिजली गिरने की आशंका जताई है.
राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ का असर
इन सबके बीच राजस्थान में 11-12 अप्रैल को बीकानेर, जोधपुर, अजमेर, जयपुर और शेखावाटी क्षेत्रों में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज आंधी चल सकती है. वहीं 12 अप्रैल को उदयपुर, कोटा और भरतपुर संभाग में हल्की से मध्यम बारिश की भी संभावना जताई गई है. इसके बाद फिर से तापमान में बढ़ोतरी के आसार हैं जिससे गर्मी दोबारा लौट सकती है.
पूर्वोत्तर में प्री-मानसून बारिश ने बदला मिजाज
मौसम विभाग के मुताबिक असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा जैसे पूर्वोत्तर राज्यों में प्री-मानसून बारिश और तूफानों की शुरुआत हो चुकी है. 10 और 11 अप्रैल को इन राज्यों में भारी बारिश, तेज हवाएं और बिजली चमकने की चेतावनी दी गई है. खासकर अरुणाचल प्रदेश और सब-हिमालयी पश्चिम बंगाल व सिक्किम में तीव्र बारिश की आशंका है. मौसम विभाग ने संभावित बाढ़ और भूस्खलन को देखते हुए सतर्क रहने की सलाह दी है.
अगले कुछ दिन सतर्क रहने की जरूरत
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि यह बदलाव सामान्य है लेकिन इसके असर से नुकसान की आशंका भी बनी हुई है. खासकर किसानों और ग्रामीण इलाकों के लोगों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरूरत है. देश के अधिकांश हिस्सों में तापमान में उतार-चढ़ाव का दौर कुछ दिन और बना रहेगा.