शरीर के इन 3 अंगों पर शुगर का सीधा अटैक

जानें बचाव के तरीके

डायबिटीज की बीमारी होने पर हमारे शरीर के कुछ अंग प्रभावित हो जाते हैं, जिससे उनकी कार्यक्षमता भी कम हो जाती है। शुगर तब होती है जब ग्लूकोस की मात्रा शरीर में सामान्य से ज्यादा बढ़ जाती है। आइए जानते हैं डॉक्टर से इसके लिए बचाव के कुछ उपाय।

हमारे शरीर को सही ढंग से काम करने के लिए पर्याप्त ऊर्जा की जरूरत होती है। एनर्जी का सबसे अच्छा सोर्स चीनी होता है। इससे बॉडी को ग्लूकोस मिलता है, जो ऊर्जा के स्तर को बढ़ाता है। मगर कई बार ग्लूकोस की मात्रा ज्यादा हो जाती है तो यह खून में घुलने लगती है। यह कारण बनती है डायबिटीज की बीमारी होने का। ग्लूकोस सालों तक ब्लड वेसल्स में भरने लगे तो नुकसान पहुंचाने लगती है। खून की पतली वेसल्स चोक होने से ही डायबिटीज का रोग शरीर में पैदा हो जाता है।

ऐसे में अगर कोई शुगर का मरीज इस बीमारी को हल्के में लेता है, तो उसे सावधान होने की जरूरत है क्योंकि यह बीमारी आपके शरीर के कई अंगों को डैमेज कर सकती है। इस बीमारी में किसी भी प्रकार की लापरवाही करने से शुगर, कोलेस्ट्रॉल और बीपी की समस्याएं बढ़ने की संभावना रहती है।

आइए जानते हैं डायबिटीज किन अंगों को नुकसान पहुंचाता है
1. हार्ट :- डायबिटीज के मरीजों में हार्ट अटैक की संभावनाएं आम लोगों की तुलना में तीन गुना ज्यादा होती है। शुगर की बीमारी होने से ब्लड वेसल्स में ब्लॉकेज ज्यादा बनती है। इन मरीजों में उल्टी, सांस फूलना और छाती में दर्द जैसे लक्षण महसूस होते हैं। हार्ट के मरीजों को हर साल अपना फुल बॉडी चेकअप करवाना चाहिए और शुगर की जांच भी करवानी चाहिए।

2. आंखों की जांच :-  शुगर के मरीजों को साल में 1 या दो बार आंखों की जांच भी करवानी चाहिए क्योंकि डायबिटीज का रेटिना पर भी प्रभाव पड़ता है। आंखों के परदे यानी रेटिना पर सूजन, खून के धब्बे और कोलेस्ट्रॉल जमा होने का लक्षण होता है। यह बीमारी शुरुआत में कोई लक्षण नहीं देता है इसलिए आई चेकअप जरूरी है।

3. किडनी :- यदि आपको पैरों में सूजन, शुगर बार-बार कम होना या भूख कम लगना किडनी के डैमेज होने का लक्षण होता है। किडनी की खराबी शुगर और कोलेस्ट्रॉल दोनों के बढ़ने से होती है, इसलिए ब्लड शुगर नियंत्रित करना जरूरी होता है।

शुगर कंट्रोल करने के लिए आपको कुछ उपायों को अपनाने की जरूरत है क्योंकि भारत में यह बीमारी काफी हद तक सक्रिय है। एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में 8 से 10 करोड़ लोग शुगर के मरीज मौजूद है। इसलिए, समय रहते इन संकेतों को समझें और इलाज करवाएं।

फॉलो करें ये बातें
1. भोजन का एक समय निर्धारित करें।
2. नियमित रूप से व्यायाम करें।
3. समय-समय पर शुगर, कोलेस्ट्रॉल और बीपी की जांच करवाएं।
4. डायबिटीज कंट्रोल करने वाली दवाओं को बिना किसी डॉक्टरी सलाह के न लें।
5. धूम्रपान, स्मोकिंग और अनहेल्दी इटिंग से बचें।

डायबिटीज के संकेत : –
हाथ-पैर में झुनझुनी, स्किन का काला पड़ना, संक्रमण होना, थकान और वजन बढ़ना इस
> बीमारी के लक्षण हो सकते हैं।
> शुगर कंट्रोल करने के घरेलू उपाय
> मेथी दाने का पानी पिएं।
> तुलसी-अदरक का रस पिएं।
> दालचीनी का इस्तेमाल करें।
> करेला का जूस पी सकते हैं।

(डॉ राजेश दीक्षित- राष्ट्रीय अध्यक्ष – इंडियन बोर्ड आफ योगा एंड नेचुरोपैथी मेडिसिन नई दिल्ली)

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