एनसीईआरटी की ओर से कक्षा 12वीं की राजनीति विज्ञान की किताब के चैप्टर में कुछ बदलाव

जानकारी एनसीईआरटी वेबसाइट पर उपलब्ध

नई दिल्ली: एनसीईआरटी की कक्षा 12वीं की पॉलिटिकल साइंस की किताब में अब स्टूडेंट्स राम जन्मभूमि आंदोलन के बारे में विस्तार से जान सकेंगे. बता दें कि 12वीं राजनीति विज्ञान के सिलेबस में अयोध्या विवाद पर एक चैप्टर के सेक्शन को राम जन्मभूमि आंदोलन को प्रधानता देने के लिए रिवाइज्ड किया गया है, जो 2019 के सुप्रीम कोर्ट के फैसले में मंदिर की अनुमति देने वाला फैक्टर है. इस संबंध में जानकारी एनसीईआरटी वेबसाइट पर उपलब्ध है. वहीं, रिवाइज्ड टेक्स्ट बुक्स एक महीने में कक्षाओं में आने की उम्मीद जताई जा रही है.

इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के मुताबिक 6 दिसंबर 1992 के बाबरी मस्जिद के विध्वंस के रिफ्रेंसेस हटा दिए गए हैं. ये बदलाव एकेडमिक ईयर 2024-25 के लिए एनसीईआरटी द्वारा किए गए स्कूल टेक्स्ट बुक्स के संशोधन का हिस्सा हैं, जिन्हें हाल ही में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) को सूचित किया गया था.

संशोधन ओरिजनल बुक ‘स्वतंत्रता के बाद से भारत में राजनीति’ के चैप्टर 8 से संबंधित हैं – यह 2006-07 से टेक्स्ट है – जो भारतीय राजनीति में पांच प्रमुख “हाल के घटनाक्रम” में से एक के रूप में अयोध्या आंदोलन को सूचीबद्ध करता है.

घटनाओं के सिक्वेन्स की डिटेल
ओरिजनल चैप्टर में अयोध्या विवाद पर एक 4 पेज का सेक्शन (पेज 148-151) है, जिसमें घटनाओं के सिक्वेन्स की डिटेल दी गई है: 1986 में ताले खोलना, “दोनों पक्षों की लामबंदी”, बाबरी मस्जिद का विध्वंस . इसमें विध्वंस के परिणाम, भाजपा शासित राज्यों में राष्ट्रपति शासन, सांप्रदायिक हिंसा और “धर्मनिरपेक्षता पर गंभीर बहस” के बारे में भी बात की गई है.

इस बदलाव के पीछे एनसीईआरटी ने ये बताई वजह
इस सेक्शन का रिवाइज्ड वर्जन उपलब्ध नहीं है, लेकिन एनसीईआरटी ने इस फैक्ट को सार्वजनिक कर दिया है कि इसे बदल दिया गया है और बदलाव के पीछे क्या कारण हैं. एनसीईआरटी ने अपनी वेबसाइट पर कहा है, “राजनीति में अपडेट के मुताबिक कंटेंट को रिवाइज किया जाता है. सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ के फैसले द्वारा लाए गए नवीनतम बदलावों और इसके व्यापक स्वागत के कारण अयोध्या मुद्दे पर पाठ को पूरी तरह से संशोधित किया गया है.”

एनसीईआरटी ने अपने इस जस्टिफिकेशन के मुताबिक चैप्टर में चार बदलाव सार्वजनिक किए हैं, जिसके बारे में वेबसाइट पर जानकारी एनसीईआरटी की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं.

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