आसमान छू रहे प्रॉपर्टी के दाम; कर्नाटक में बेंगलुरु तो दिल्ली में द्वारका एक्सप्रेसवे

साल 2020 के बाद सबसे ज्यादा घरों की कीमतें बेंगलुरु के बगलुरु में बढ़ी हैं. वहीं, दिल्ली-एनसीआर का द्वारका एक्सप्रेसवे 79 प्रतिशत मूल्यवृद्धि के साथ चौथे स्थान पर है.

प्रॉपर्टी के बढ़ते दाम :देश के कई शहरों में प्रॉपर्टी के दाम आसमान छू रहे हैं. साल 2020 के बाद सबसे ज्यादा घरों की कीमतें बेंगलुरु के बगलुरु में बढ़ी हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, बगलुरु में घरों की कीमतें सबसे अधिक 90 प्रतिशत बढ़ी हैं. वहीं, दिल्ली-एनसीआर में द्वारका एक्सप्रेसवे 79 प्रतिशत मूल्यवृद्धि के साथ चौथे स्थान पर है.

रियल एस्टेट सलाहकार एनारॉक की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, बेंगलुरु के बगलुरु में 2019 के अंत और इस साल जून के बीच 90 प्रतिशत की सर्वाधिक मूल्यवृद्धि दर्ज की गई. एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी का कहना है कि 2024 की पहली छमाही में बगलुरु में औसत आवासीय कीमतें 8151 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं. जबकि 2019 में यह सिर्फ 4300 रुपये प्रति वर्ग फुट थी.

हैदराबाद का कोकापेट दूसरे स्थान पर

रिपोर्ट के अनुसार, हैदराबाद कोकापेट 89 प्रतिशत मूल्यवृद्धि के साथ इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर है. यहां कीमतें 9,000 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं हैं जबकि 2019 में 4750 रुपये प्रति वर्ग फुट थी. बेंगलुरु का ही व्हाइटफील्ड इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर है. यहां औसत कीमतें 2019 में 4765 रुपये प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 2024 की पहली छमाही में 8600 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं.

दिल्ली-एनसीआर द्वारका एक्सप्रेस चौथे स्थान पर

दिल्ली-एनसीआर का द्वारका एक्सप्रेसवे 79 प्रतिशत मूल्यवृद्धि के साथ चौथे स्थान पर है. यहां औसत कीमतें 2019 के 5359 रुपये प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 2024 की पहली छमाही में 9600 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं.

रियल एस्टेट निर्माण व विकास कंपनी बीसीडी ग्रुप के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अंगद बेदी ने का कहना है कि उत्तरी बेंगलुरु, व्हाइटफील्ड और सरजापुर रोड में आवासीय रियल एस्टेट में पर्याप्त मूल्यवृद्धि की वजह इन सूक्ष्म बाजारों में तेजी से बुनियादी ढांचे का विकास है.

वहीं, क्रिसुमी कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक मोहित जैन का कहना है कि गुरुग्राम में विशेष रूप से द्वारका एक्सप्रेसवे के आसपास आवासीय संपत्तियों के दाम में वृद्धि का श्रेय मुख्य रूप से आसपास के क्षेत्र में तेजी से हो रहे बुनियादी ढांचे के विकास को दिया जाता है.

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