70 साल बाद सावन में दुर्लभ संयोग: जानें पूजा के शुभ मुहूर्त, मनोकामना पूर्ति के उपाय
कई दुर्लभ संयोग बनाते हुए सावन महीना शुरू हो गया है. 22 जुलाई को पहले ही दिन सावन सोमवार है, श्रवण नक्षत्र है और कई ग्रह शुभ योग बना रहे हैं. जानिए सावन सोमवार में मनोकामना पूर्ति के लिए सबसे शुभ पूजा मुहूर्त.

सावन सोमवार पूजा मुहूर्त : साल 2024 का सावन महीना अद्भुत है. 72 साल बाद ऐसा दुर्लभ संयोग बना है, जब सावन महीने की शुरुआत और समापन दोनों ही सोमवार के दिन से हो रहा है. सावन और सोमवार दोनों ही भगवान शिव को समर्पित हैं. ऐसे में सावन पर ऐसा संयोग बनना अद्भुत है और मनोकामना पूर्ति के लिए विशेष है. इससे पहले साल 1953 में ऐसा दुर्लभ संयोग बना था.
सावन महीने में 6 शुभ योग
भगवान शिव का प्रिय सावन का महीना 22 जुलाई यानी आज से शुरू हो गया है और 19 अगस्त तक चलेगा. सोमवार से शुरू और सोमवार पर ही समाप्त हो रहे सावन महीने में इस बार 5 सोमवार पड़ रहे हैं. ऐसा होना बहुत शुभ माना जाता है.
इसके अलावा इस साल श्रावण मास में शुक्रादित्य योग, बुधादित्य योग, नवपंचम योग, गजकेसरी योग, कुबेर योग और शश योग बन रहे हैं. इनके अलावा पहले सावन सोमवार के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, आयुष्मान योग और प्रीति योग भी बन रहा है. इन शुभ योगों में किए गए पूजा-पाठ का कई गुना ज्यादा फल मिलता है.
सावन सोमवार में महादेव की पूजा का शुभ मुहूर्त
सावन सोमवार पर शिव जी की पूजा यदि आप तड़के सुबह नहीं कर पाए हैं तो आप इन 2 मुहूर्त में पूजा करके पूरा पुण्य लाभ पा सकते हैं.
शुभ मुहूर्त – सुबह 9 बजकर 2 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 45 मिनट तक
शाम का मुहूर्त- शाम 5 बजकर 35 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 35 मिनट तक
सावन सोमवार पूजा विधि
सावन के सभी सोमवार को उपवास रखना बहुत लाभ देता है. साथ ही सावन सोमवार में शिवलिंग का जलाभिषेक करें, बेल पत्र अर्पित करें. जल चढ़ाने के लिए तांबे के बर्तन का प्रयोग बिल्कुल न करें. कांसा या पीतल का लोटा उपयोग करें. भगवान शिव को सफेद चंदन, फल, फूल, मिठाई, धूप और कर्पूर अर्पित करें. शिव पंचाक्षर स्तोत्र या शिव मंत्र का जाप करें.
पूरी होंगी मनोकामनाएं
सावन का महीना मनोकामना पूर्ति के शिव जी के उपाय करने के लिए सर्वोत्तम होता है. जिन लोगों के विवाह में बाधा आ रही है वे सावन सोमवार का व्रत करें और विधि-विधान से महादेव की पूजा करके जल्द विवाह कराने की प्रार्थना करें. अविवाहित कन्याएं मनचाहा पति पाने के लिए सावन सोमवार व्रत रखती हैं. देवी सती और देवी पार्वती ने भी भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए सावन मास में ही कठोर तपस्या की थी. इसके अलावा जो लोग असाध्य बीमारियों से ग्रसित हैं, कुंडली के दोषों से परेशान हैं. वे सावन में शिव जी की पूजा करें. काल सर्प दोष से निजात पाने के लिए सावन महीना सर्वश्रेष्ठ होता है.
मनोकामना पूर्ति का महाउपाय
मनोकामना पूर्ति के लिए सोमवार के दिन शिवजी की पूजा करें. पूजा में महादेव को गंगाजल, बेलपत्र, भांग, धतूरा, बेल, पान, शहद, सुपारी, इलायची, लौंग आदि उनकी प्रिय चीजें अर्पित करें. इन सभी चीजों को दक्षिण दिशा की ओर चढ़ाते हुए ऊं नम: शिवाय मंत्र का भी जाप करें. जल्द शिव जी की कृपा से आपकी मनोकामना पूरी होगी.