अपना बजूद बचाने को लड़ रहे राहुल और अखिलेशः सीएम धामी
2029 का चुनाव भी पीएम मोदी के नेतृत्व में लड़ा जायेगा

लखनऊः लोकसभा चुनाव में धुआंधार प्रचार में जुटे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राहुल गांधी और अखिलेश यादव की जोड़ी पर तंज कसते हुए कहा कि ये दोनों सरकार बनाने के लिए नहीं बल्कि अपना अस्तित्व बचाने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जब अपने परिवार की परंपरागत सीट अमेठी से चुनाव लड़ने का साहस नहीं जुटा सके तो समझा जा सकता है कि वे कितने कमजोर हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जनता नरेन्द्र मोदी को तीसरी वार प्रधानमंत्री बनाने के लिए संकल्प लिया है। दस वर्ष पहले और आज का भारत देख लीजिए। खुद ही गर्व महसूस करेंगे। अभी तक 200 सीटें खाते में आ चुकी हैं। सातवें चरण तक 200 से ज्यादा और सीटें हम जीतने जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यकाल शानदार है। विकास मैं यूपी बहुत आगे है। एक्सप्रेस वे हो या निवेश.. सभी में अव्वल है। कानून का राज है। जिसने इस प्रदेश की छवि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बदली है। यहां से पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में कहीं ज्यादा सीटें अकेले भाजपा जीतेगी।
मीडिया के सवालों के जवाब देते हुये पुष्कर सिंह धामी ने कहा- गर्मी के बावजूद लोग मोदी को पीएम बनाने के लिए घरों से निकल रहे हैं और आगे भी निकलेंगे। कम मतदान इंडी गठबंधन के लिए खतरा है। उनके समर्थक जान चुके हैं कि इंडी गठबंधन की सरकार दूर-दूर तक नहीं बनने जा रही।
मोदी ने गरीब कल्याण और विकास के काम किए हैं। इसके साथ विपक्ष की साजिश भी सामने लाना जरूरी है। एक वर्ग विशेष की वकालत की जा रही है। इसीलिए मोदी कह रहे हैं कि अपने जीतेजी एक वर्ग विशेष के लिए आरक्षण लागू नहीं करने देंगे।
राहुल और अखिलेश की जोड़ी सरकार के लिए नहीं बल्कि अपने परिवार और अपना अस्तित्व बचाने के लिए चुनाव लड़ रही है। जब राहुल अपनी परंपरागत सीट से चुनाव लड़ने का साहस नहीं जुटा सके। इसी से जमीनी हकीकत समझी जा सकती है। रहुल के बयान को गंभीरता से कोई नहीं लेता है तो वह सनातन धर्म पर हमले करने लगते हैं। सांप्रदायिकता का राग अलापने लगते हैं।
प्रधानमंत्री तो आरक्षण के पैरोकार हैं। संविधान दिवस उन्होंने शुरू कराया। विपक्ष के आरोपों में कोई दम नहीं है। हां, इंडी गठबंधन जरूर मुसलमानों को आरक्षण की पैरोकारी कर रहा है। आंध्र में ये शुरुआत वे कर चुके हैं। गठबंधन सहयोगी लालू प्रसाद कह रहे हैं कि मुसलमानों को आरक्षण मिलना चाहिए।
सपा कभी राममंदिर के पक्ष में नहीं थी। ये वही पार्टी हैं जो रामभक्तों पर गोलियां चलवा चुकी है। अयोध्या में भव्य राममंदिर उन्हें हजम नहीं हो रहा है। मैंने रामलला को टेंट में देखा है। मन व्यथित हो जाता था। आज रामलला अपने धाम में विराजे हैं जो उन्हें पसंद नहीं आ रहा।
सैम पित्रोदा और मणिशंकर अय्यर मोदी-योगी का विरोध करते-करते देश का विरोध करने लगते हैं। ये देश में रहते जरूर हैं, लेकिन देश हित में कभी काम नहीं करते। पाकिस्तान मोदी के पीएम बनने के बाद एक कोने में दुबक कर बैठ गया है। जिस तरह पाकिस्तान नहीं चाहता कि मोदी तीसरी बार पीएम बनें, उसी तरह ये भी नहीं चाहते।
सरकार ने अपनी तरफ से यात्रियों की सुविधा के लिए सभी तैयारियां की हैं। चारधाम यात्रा एक कठिन यात्रा है। मेरी अपील है कि इस यात्रा पर पूरी तैयारियों के साथ आएं। गाइडलाइंस का पालन करें और पंजीकरण अवश्य कराएं।