ट्रंप से मिलने के लिए बेताब पुतिन
डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने में अभी ठीक 1 महीना बाकी है और रूस ने यूक्रेन के सामने हथियार डालने का मन बना लिया है. राष्ट्रपति पुतिन ने ट्रंप से मिलने की इच्छा जताते हुए अहम बयान दिया है.
यूक्रेन और रूस के बीच लंबे समय से चल रहा युद्ध बीते कुछ दिनों से बेहद खतरनाक हो गया है. यूक्रेन और रूस दोनों ने ही एक-दूसरे पर ऐसी खतरनाक मिसाइलें दागीं जिनका उपयोग इस युद्ध में पहले नहीं हुआ था. लेकिन अब अचानक ही पुतिन के सुर बदलने लगे हैं. यूक्रेन के साथ शांति समझौते को लेकर व्लादिमीर पुतिन ना केवल पहली बार खुलकर बोले हैं. बल्कि उन्होंने ट्रंप से मिलने की इच्छी भी जताई है. जबकि अभी डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने में पूरा 1 महीना बाकी है, वे 20 जनवरी 2025 से कुर्सी संभालेंगे.
4 साल से नहीं हुई बात, अब कभी भी मिलने को तैयार
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुतिन ने कहा, “मुझे नहीं पता कि मैं उनसे (डोनाल्ड ट्रंप) कब मिलने जा रहा हूं. इस बारे में उन्होंने अभी कुछ नहीं बताया है. मैंने 4 साल से अधिक समय से उनसे बात नहीं की है. लेकिन मैं निश्चित रूप से उनसे बात करने, मिलने के लिए तैयार हूं.”
बिना शर्त युद्ध खत्म करने के लिए तैयार
इतना ही नहीं पुतिन बिना शर्त यूक्रेन से युद्ध खत्म करने के लिए भी तैयार हैं. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि वह अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ युद्ध समाप्त करने के लिए संभावित बातचीत में यूक्रेन पर समझौता करने के लिए तैयार हैं. इतना ही नहीं यूक्रेनी अधिकारियों के साथ बातचीत शुरू करने के लिए उनकी कोई शर्त भी नहीं है.
नहीं पता कब आजाद करा पाएगी कुर्स्क क्षेत्र
पुतिन ने कुर्स्क क्षेत्र में अपनी नाकामी भी स्वीकार करते हुए कहा कि यूक्रेन के साथ लड़ाई में हमारे सैनिक हमेशा उनसे ऊपर रहे लेकिन हमें यह नहीं पता कि पश्चिमी कुर्स्क क्षेत्र को रूसी सेना यूक्रेनियों से कब तक आजाद करवा पाएगी?
पुतिन का ये बयान ऐसे वक्त में आया है जब उनके करीबी और परमाणु हथियारों की सुरक्षा के प्रमुख कमांडर को यूक्रेनी सेना ने रूस में घुसकर मार डाला. इसके बाद रूसी सेना ने यूक्रेन के भीतर जमकर कोहराम मचाया और 400 से ज्यादा सैनिकों की जान ले ली. लेकिन अब अचानक पुतिन के सुर बदल गए हैं.
बशर अल-असद से नहीं हुई मुलाकात
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुतिन ने अपदस्थ सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद को लेकर भी अहम जानकारी दी. उन्होंने बताया कि वे रूस में ही शरण पाए बशर अल असद से अब तक नहीं मिले हैं, लेकिन मेरी उनसे बात करने की योजना है. असद बीते 8 दिसंबर को विद्रोहियों के देश पर कब्जा करने के बाद रूस की मदद से भागकर मास्को आ गए थे.