सिंधु का पानी रोका तो पाकिस्तान करेगा परमाणु बम का इस्तेमाल… बौखलाए पाकिस्तानी
पाक पीएम शहबाज शरीफ ने कहा- पानी रोकना युद्ध कार्रवाई के समान

इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने बृहस्पतिवार को भारतीय एयरलाइन के लिए अपना हवाई क्षेत्र और वाघा सीमा चौकी को बंद कर दिया, भारत के साथ सभी प्रकार के व्यापार पर रोक लगा दी तथा कहा कि सिंधु जल संधि के तहत पाकिस्तान को मिलने वाले पानी को रोकने या परिवर्तित करने का कोई भी प्रयास युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा।
भारत ने पहली बार पाकिस्तान के एक ऐसे कमजोर नस को दबा दिया है जिससे ‘आतंकी देश’ दर्द से बिलबिला रहा है। इसका असर जुलाई महीने से ही देखने को मिल सकता है। जिसके बाद पाकिस्तान की सरकार ने चेतावनी देते हुए इस फैसले को ‘एक्ट ऑफ वार’ यानि ‘युद्ध की कार्रवाई’ करार दिया है।
पाकिस्तान ने चेतावनी दी है कि IWT को सस्पेंड कर नदियों में पानी को रोकने या मोड़ने के किसी भी भारतीय कोशिश को “युद्ध की कार्रवाई” माना जाएगा और सभी पारंपरिक और गैर-पारंपरिक तरीकों से इसका जवाब दिया जाएगा। पाकिस्तान को डर सता रहा है कि भारत के इस फैसले से पाकिस्तान की एक बड़ी आबादी पीने के पानी के लिए ना सिर्फ तरस जाएगी, बल्कि देश में खेती भी चौपट हो जाएगी।
ये घोषणाएं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद की गईं। शरीफ ने पहलगाम हमले के बाद सिंधु जल संधि को निलंबित करने और राजनयिक संबंधों को कमतर करने के भारत के कदमों पर उचित प्रतिक्रिया के संबंध में विचार करने के लिए सरकार के प्रमुख मंत्रियों और तीनों सेना प्रमुखों के साथ बैठक की।
पाक राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक के बाद जारी एक बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान की संप्रभुता और सुरक्षा को किसी भी तरह का खतरा होने पर हर तरह से मजबूती से जवाब दिया जाएगा।
इसमें कहा गया है कि भारत को पहलगाम जैसी घटनाओं को लेकर प्रतिक्रिया स्वरूप आक्षेप लगाने के हथकंडों तथा अपने संकीर्ण राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए इस प्रकार की घटनाओं का गलत फायदा उठाने से बचना चाहिए। ‘‘इस तरह की रणनीतियां केवल तनाव को बढ़ाने और क्षेत्र में शांति और स्थिरता के मार्ग में बाधा डालने का काम करती हैं।’’
बयान के अनुसार इस्लामाबाद ने दक्षेस वीजा छूट योजना के तहत भारतीयों के लिए वीजा निलंबित किया, सिख तीर्थयात्रियों को इससे अलग रखा गया है। बैठक में भारतीय एयरलाइन के लिए पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र और वाघा सीमा चौकी को बंद करने का निर्णय लिया गया।
पाकिस्तान ने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद सिंधु जल संधि को निलंबित करने के भारत के फैसले को ‘खारिज’ किया और कहा कि यह 24 करोड़ पाकिस्तानियों के लिए जीवन रेखा है। पाकिस्तान ने भारत के साथ ‘‘सभी तरह के व्यापार’’ पर रोक लगा दी, जिसमें तीसरे देशों के माध्यम से होने वाले व्यापार भी शामिल हैं।
बयान में कहा गया, ‘‘सिंधु जल संधि के तहत पाकिस्तान को मिलने वाले पानी को रोकने या परिवर्तित करने का कोई भी प्रयास युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा।’’ कहा गया है कि पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायोग में अपने सैन्य सलाहकारों को भी 30 अप्रैल तक वहां से चले जाने को कहा है।