पहलगाम हमला: मुजफ्फराबाद और कराची के ‘सेफ हाउस’ से टच में थे आतंकी
डिजिटल फुटप्रिंट के आगे पाकिस्तानी दलील बेपर्दा!

जम्मू : अनंतनाग जिले के पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल, 2025) को हुए आतंकी हमले के तार पाकिस्तान से जुड़े हैं. जांच एजेंसियों ने इस आतंकी हमले के बाद जो डिजिटल सबूत इकट्ठे किए हैं, उसके कनेक्शन पाकिस्तान तक पहुंचे हैं.
भारत की खुफिया एजेंसियों ने यह जानकारी दी है कि इस हमले के संदिग्ध आतंकवादियों के डिजिटल फुटप्रिंट पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद और कराची स्थित सेफ हाउस तक पहुंच रहे हैं. इस आतंकवादी हमले में अब तक 2 विदेशी समेत कुल 28 लोग मारे गए हैं और दो दर्जन से ज्यादा अभी भी घायल हैं, जिनका इलाज जारी है.
सेना के हथियारों के साथ पूरी तरह से ट्रेंड थे हमलावर
भारतीय के खुफिया विभाग ने घटनास्थल पर फॉरेंसिक एनालिसिस और आतंकी हमले में बचे लोगों से जानकारी इकट्ठा की है. उसके मुताबिक, इस बात की जानकारी साझा की गई कि आतंकवादियों ने पर्यटकों पर हमला करने के लिए सेना के लिए इस्तेमाल होने वाले हथियारों का इस्तेमाल किया था. इस बात से यह साफ है कि हमलावर सभी जरूरी हथियारों से लैस थे और पूरी तरह से ट्रेंड थे. इसके अलावा इस बात के भी संकेत मिले हैं कि आतंकियों को बाहर से लॉजिस्टिक सपोर्ट और सहायता मिल रही थी.
पाकिस्तान के साथ आतंकियों का कनेक्शन
पहलगाम हमले को लेकर खुफिया एजेंसियों ने दावा किया है कि पर्यटकों पर कायरतापूर्ण हमला करने वाले आतंकी देश पाकिस्तान में बैठे ऑपरेटिव्स के साथ प्रत्यक्ष रूप से कनेक्शन में थे. हमलावरों के डिजिटल कनेक्शन पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद और कराची में स्थित सेफ हाउस पर पाए गए, जो इस हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता के मजबूत सबूत हैं.
उल्लेखनीय है कि जम्मू कश्मीर के पहलगाम में इस आतंकवादी हमले के जिम्मेदारी द रेजिडेंट फ्रंट (TRF) ग्रुप ने ली है. सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, आतंकवादी हमले के दौरान अपनी पीठ पर एक बैग लिए हुए थे, जिसमें सूखे मेवे, दवाइयां और संचार उपकरण रखे हुए थे.