ओला इलेक्ट्रिक कार का प्रोजेक्ट आखिर क्यों बंद हुआ, जानिये !
ओला EV: जानकारी के अनुसार ओला का पूरा ध्यान दोपहिया वाहन बाजार पर है, जिसमें बाइक भी शामिल है, और बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रिफिकेशन में अभी भी कुछ समय है - इसके लिए आपको (चार्जिंग) बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत है.
ओला इलेक्ट्रिक कार : ओला के फाउंडर भाविश अग्रवाल ने साल 2022 में दो साल के अंदर ऑल-ग्लास रूफ वाली एक इलेक्ट्रिक स्पोर्ट्स कार लॉन्च करने की योजना बनाई है जो चार सेकंड के अंदर 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है. अग्रवाल ने फोर्ब्स के साथ एक हाल ही में हुए इंटरव्यू में सितंबर 2023 में उन योजनाओं को दोहराया, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब ये प्रोजेक्ट अपने नियोजित अगस्त आईपीओ से पहले सस्पेंड कर दिया गया है.
जानकारी के अनुसार ओला का पूरा ध्यान दोपहिया वाहन बाजार पर है, जिसमें बाइक भी शामिल है, और बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रिफिकेशन में अभी भी कुछ समय है – इसके लिए आपको (चार्जिंग) बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत है.
ई-स्कूटर लोकप्रिय हो गए
हाल के सालों में देश में ई-स्कूटर की डिमांड काफी बढ़ी है. इसकी वजह से बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण तेजी से हुआ है. इस साल जून तक लगभग 483,000 ई-स्कूटर बेचे गए, लेकिन उस ड्यूरेशन में दुनिया के तीसरे सबसे बड़े ऑटो बाजार में केवल 45,000 इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री हुई. सूत्रों में से एक ने कहा कि ओला की कार परियोजना को कम से कम दो साल के लिए टाल दिया गया है क्योंकि फोकस दोपहिया वाहनों की बिक्री और बैटरी उत्पादन पर है.
ओला, हालांकि अभी भी घाटे में चल रही है, उसने अपनी स्थापना के बाद से तीन वर्षों में ई-स्कूटर में 46% बाजार हिस्सेदारी हासिल की है, भले ही पिछले साल प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा कुछ इंडस्ट्री इंसेंटिव्स को कम करने के बाद उसने अपने बिक्री लक्ष्यों को कम कर दिया था.
अग्रवाल के पास पहले से ही तमिलनाडु में एक ई-स्कूटर फैक्ट्री है. 2022 में उन्होंने कहा कि वह उसी परिसर में एक नया प्लांट बनाएंगे, जिसकी क्षमता प्रति वर्ष 1 मिलियन इलेक्ट्रिक कारों के निर्माण की होगी. उन्होंने कहा, कारों को सुस्त, छोटे या मध्यम आकार के वाहनों की नैशनल ट्रेंड को तोड़ने के लिए डिजाइन किया जाएगा.