UPPCS के अभ्यर्थियों से कितनी अलग है BPSC कैंडिडेट्स की डिमांड?

बिहार में बीपीएससी 70वीं प्रीलिम्स परीक्षा 2024 के ठीक पहले अभ्यर्थियों ने पूरे राज्य में बवाल काटना शुरू कर दिया है. ऐसा ही कुछ दिन पहले यूपीपीसीएस अभ्यर्थियों ने भी किया था. आप यहां जान सकते हैं कि दोनों विवाद में क्या अंतर हैं.

बिहार पब्लिक सर्विस कमिशम की 70वीं प्रीलिम्स परीक्षा से ठीक पहले अभ्यर्थियों ने आयोग के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है. दरअसल, अभ्यर्थी बीपीएससी द्वारा जारी किए गए नियमों के खिलाफ हैं और उसी को लेकर उन्होंने बवाल काटना शुरू कर दिया है. बता दें कि नए नियमों के मुताबिक, बीपीएससी कंबाइंड प्रीलिम्स परीक्षा में परसेंटाइल और नॉर्मलाइजेशन का मैथड लागू किया जाएगा. इसी को लेकर अभ्यर्थी नाराज हैं और आयोग के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.

UPPCS कैंडिडेट्स की क्या थी मांग?
वहीं, अब से कुछ समय पहले यूपी में भी प्रीलिम्स परीक्षा के आयोजन को लेकर छात्रों का प्रोटेस्ट देखने को मिला था. यूपीपीसीएस उम्मीदवार प्रांतीय सिविल सेवा (PCS) प्रीलिम्स परीक्षा दो दिनों में कई शिफ्टों में आयोजित करने के फैसले का विरोध कर रहे थे. वे मांग कर रहे हैं कि परीक्षा में निष्पक्षता और प्रबंधनीयता सुनिश्चित करने के लिए परीक्षाएं एक ही दिन में और एक ही शिफ्ट में आयोजित की जाएं. विरोध प्रदर्शन कुछ समय तक जारी रहा, जिसके बाद राज्य सरकार ने पीसीएस प्रीलिम्स परीक्षा एक ही शिफ्ट में आयोजित करने पर सहमति जताई.

बीपीएससी कैंडिडेट्स क्यों कर रहें प्रदर्शन
हालांकि, बीपीएससी कैंडिडेट्स की मांग है कि 70वीं प्रीलिम्स परीक्षा एक दिन, एक शिफ्ट, एक पेपर और एक ही पैटर्न में बिना पेपर लीक के आयोजित की जाए. अभ्यर्थियों का परसेंटाइल और नॉर्मलाइजेशन लागू करने के नियम के भी खिलाफ हैं और उनका कहना है कि ऐसा करने से उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ होगा. इसलिए इसे किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जाएगा और अगर आयोग अपने फैसले पर अड़ा रहा, तो यह बवाल और बढ़ेगा.

आयोग का तर्क
वहीं, आयोग ने इसको लेकर तर्क दिया है कि इससे पेपर लीक की समस्या को रोका जा सकेगा. इसके अलावा बीपीएससी चेयरमैन रवि मनु भाई परमार ने कहा है कि नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया अगली परीक्षा से लागू की जाएगी. इस परीक्षा से इसे लागू नहीं किया गया है. उन्‍होंने अभ्यर्थियों से अपील की है कि नॉर्मलाइजेशन जब अभी लागू नहीं किया जाएगा तो वे क्यों विरोध क्यों कर रहे हैं? उनकी तरफ से कहा गया है कि विज्ञापन में सभी बातों की जानकारी दी गई थी. परीक्षा की तैयारी छोड़कर बेवजह प्रदर्शन करना गलत है. आयोग की तरफ से कहा गया है कि जब एक शिफ्ट और एक ही दिन में परीक्षा ली जा रही है, तो नॉर्मलाइजेशन कहां लागू हुआ.

 

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