आयुष्मान के लाभार्थियों के लिए खुशखबरी, 5 लाख से बढ़कर 10 लाख होगा इंश्योरेंस कवर!
दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ स्कीम आयुष्मान भारत के तहत सरकार इंश्योरेंस कवर को 5 लाख से बढ़ाकर 10 लाख रुपये करने पर काम कर रही है. इसके अलावा इस योजना का दायरा बढ़ाकर लाभार्थियों की संख्या 55 लाख से बढ़ाकर 100 करोड़ करने का भी प्लान है.
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना : अगर आप भी आयुष्मान भारत के लाभार्थी हैं तो यह खबर आपके काम की है. योजना के 55 करोड़ लाभार्थियों के लिए एनडीए सरकार बड़ा प्लान कर रही है. सरकार प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत योजना) के तहत इंश्योरेंस कवर को 5 लाख से बढ़ाकर 10 लाख रुपये करने की प्लानिंग कर रही है. इसके अलावा महिलाओं के लिए यह कवर 15 लाख रुपये तक हो सकता है. योजना के तहत प्राइवेट अस्पतालों में चार लाख बेड बढ़ाए जाने की भी योजना है. द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में बताया गया कि NDA सरकार के तीसरे कार्यकाल में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का टारगेट लाभार्थियों की संख्या 55 करोड़ से बढ़ाकर 100 करोड़ करने की है.
आयुष्मान भारत दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ स्कीम
सरकारी अधिकारियों के एक समूह (GoS) ने अगले पांच साल के लिए लक्ष्य और उनके हासिल करने की समयसीमा तय करने का काम किया है. इस ग्रुप की रिपोर्ट में अहम कार्रवाई बिंदुओं की लिस्ट दी गई है. स्वास्थ्य, आयुष, खेल, संस्कृति और शिक्षा सहित नौ मंत्रालयों को शामिल करने वाले इस ग्रुप से जल्द ही कैबिनेट सचिव के सामने प्रस्तुति देने की उम्मीद है. आयुष्मान भारत योजना सरकार की प्रमुख स्वास्थ्य बीमा योजना है. यह दुनिया की सबसे बड़ी योजना है.
12.34 करोड़ परिवारों को मिलता है फायदा
योजना के तहत करीब 55 करोड़ लाभार्थियों के 12.34 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपये तक का सालाना हेल्थ कवरेज दिया जाता है. ये सभी परिवार देश की निचली 40% आबादी में आते हैं. योजना के तहत 30 जून तक 7.37 करोड़ लोगों को अस्पताल में भर्ती होने की मंजूरी दी जा चुकी है. इन पर कुल 1 लाख करोड़ रुपये का खर्च आया है. बीजेपी की तरफ से इस योजना के लिए एनडीए सरकार की सफलता का दावा किया जाता है. लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी के घोषणापत्र में भी इसकी कवरेज बढ़ाकर 70 साल से ज्यादा उम्र वाले सभी नागरिकों तक योजना का फायदा पहुंचाने का वादा किया गया है.
महिलाओं के लिए कवरेज 15 लाख तक हो सकता है
अलग-अलग सरकारी अधिकारियों के ग्रुप को बीजेपी के ‘संकल्प पत्र’ से लक्ष्य तय करने और उसी अनुरूप टाइम लिमिट तय करने का काम दिया गया था. स्वास्थ्य मंत्रालय के लिए ‘अधिक पहुंच और भागीदारी’ विषय के तहत प्रमुख कार्रवाई बिंदुओं के अनुसार लक्ष्य में से एक सालाना बीमा कवरेज लिमिट को बढ़ाकर प्रति परिवार 10 लाख रुपये करना है. अगले पांच साल में महिलाओं के लिए ‘विशिष्ट बीमारियों और विशिष्ट परिस्थितियों’ के मामले में यह कवरेज 15 लाख रुपये तक बढ़ाया जा सकता है.
आयुष्मान कार्ड बनवाने वालों में करीब 49% महिलाएं
सरकारी आंकड़ों के अनुसार आयुष्मान कार्ड बनवाने वालों में करीब 49% महिलाएं हैं और अस्पताल में भर्ती होने की मंजूरी पाने वालों में भी करीब 48% महिलाएं हैं. ये आंकड़े पिछले साल के अंत में स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी किये गए थे. इसके अलावा, लाभार्थियों की संख्या को बढ़ाकर 100 करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है. प्राइवेट अस्पताल के बिस्तर धीरे-धीरे 4 लाख बढ़ाए जाएंगे. अभी प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत करीब 7.22 लाख प्राइवेट अस्पताल के बिस्तर हैं. इन्हें मंत्रालय 2026-27 तक बढ़ाकर 9.32 लाख और 2028-29 तक 11.12 लाख करने का लक्ष्य रखा है.
कमेटी ने तरफ से यह भी सुझाव दिया गया कि इस सरकार के कार्यकाल के अंत तक जन औषधि केंद्रों की संख्या 10,000 से बढ़ाकर 25,000 कर दी जाए. इन केंद्रों पर सस्ते दाम में अच्छी क्वालिटी वाली दवाएं मिलती हैं.