फेमस इंफ्लुएंसर इंसा घई के पत‍ि की 29 साल में हुई मौत, Silent Heart Attack ने ली जान

फैशन इंफ्लुएंसर इंशा घई ने एक साल पहले ही अंक‍ित कालरा से शादी की थी और महज 29 साल की उम्र में उनकी साइलेंट हार्ट अटैक की वजह से उनकी मौत हो गई. अंक‍ित पेशे से इंटीर‍ियर ड‍िजाइनर थे. आइये जानते हैं क‍ि आख‍िर साइलेंट हार्ट अटैक होता क्‍या है. ये कैसे आती है? इसके क्‍या लक्षण हैं और इससे कैसे बच सकते हैं.

मशहूर फैशन इंफ्लुएसर इंशा घई कालरा के पति अंकित कालरा की महज 29 साल की उम्र में मौत हो गई है. उनकी मौत की वजह साइलेंट हार्ट अटैक बताई जा रही है. 29 साल की उम्र में साइलेंट हार्ट अटैक आने की बात चौंका देने वाली है. खासकर तब जब आप एक एक्‍ट‍िव लाइफ जी रहे हैं. अंक‍ित कालरा इंटीर‍ियर ड‍िजाइनर थे और इसके साथ वो एक ब‍िल्‍डर भी थे. इंस्‍टाग्राम पर उनके फनी और हंसी मजाक वाले रील्‍स काफी मशहूर हैं. अभी एक साल पहले ही अंक‍ित ने फैशन इंफ्लुएसर इंशा से शादी की थी. आइये जानते हैं क‍ि अंक‍ित को साइलेंट हार्ट अटैक आने के पीछे क्‍या वजह थी. इसके साथ ही ये भी जान‍िये क‍ि साइलेंट हार्ट अटैक कैसे आता है, इसके क्‍या लक्षण हैं और आप इससे कैसे बच सकते हैं.

साइलेंट हार्ट अटैक क्‍यों आता है, क्‍या है वजह?

साइलेंट हार्ट अटैक को SMI भी कहा जाता है. ये दरअसल एक दिल की धमनी का रोग है, ज‍िसमें द‍िल को ब्‍लड सप्‍लाई नहीं म‍िल पाता. इस बीमारी में होता ये है क‍ि धमन‍ियों में कोलेस्‍ट्राॅल जमा हो जाता है. इसकी वजह से धमन‍ियां, द‍िल तक खून का सप्‍लाई ठीक से नहीं कर पातीं. धीरे-धीरे खून की गांठ (ब्‍लड क्‍लॉट) बनने लगती है. इसकी वजह से ऑक्‍सीजन वाला खून द‍िल तक पहुंच ही नहीं पाता और दिल की मांसपेश‍ियां मरने लगती हैं. समय रहते अगर इसका ट्रीटमेंट नहीं क‍िया गया तो ये इंसान की जान ले लेती है.

इन लक्षणों पर रखें नजर : 

छाती में दर्द होना. ये इतना धीमा होगा क‍ि आपको ज्‍यादा फर्क नहीं पडेगा.
सांस लेने में तकलीफ होती है. इसके साथ हल्‍की फुल्‍की सुस्‍ती आ सकती है.
इसमें ब्रेन तक खून नहीं पहुंच पाता, इसल‍िए आपको बेहोशी जैसा महसूस हो सकता है.
ठंडा पसीना आ सकता है. ब‍िना क‍िसी फ‍िज‍िकल वर्क ही पसीना आने लगे या एंजाइटी हो तो ये साइलेंट हार्ट अटैक का लक्षण हो सकता है.
उल्‍टी जैसा लगे.
कमजोरी और थकान महसूस हो
बॉडी के ऊपरी ह‍िस्‍से में दर्द महसूस हो. होठ के नीचे ठुड्डी में दर्द होने लगे या बाजू में, बाईं तरफ के हाथ में दर्द और झंझनाहट महसूस होने लगे.

ज‍ितना आप सोच रहे हैं, उससे कहीं ज्‍यादा अब ये बीमारी कॉमन हो गई है. अमेर‍िका हार्ट एसोस‍िएशन की एक र‍िपोर्ट के अनुसार हार्ट अटैक से होने वाली 8 लाख मौतों में से 1.7 लाख लोगों की मौत साइलेंट हार्ट अटैक से पाई गई है. ये आंकड़ा हर साल का है. ये दूसरे हार्ट अटैक से दोगुना ज्‍यादा खतरनाक होता है, क्‍यों‍क‍ि इसमें मरीज को आख‍िरी समय तक पता ही हीं चल पाता क‍ि उसे क‍िसी तरह की द‍िक्‍कत है.

साइलेंट हार्ट अटैक से कैसे बचें ? 

1. अपने लाइफस्‍टाइल में एक्‍सरसाइज को जरूर शाम‍िल करें.
2. अपनी डायट पर ध्‍यान दें. बैलेंस्‍ड डायट लें. फल और हरी सब्‍ज‍ियों को उसमें जरूर शाम‍िल करें. रेश मीट, सैचुरेटेड फैट और ज्‍यादा नमक खाने से बचें.
3. अपने वजन पर नजर रखें.
4. स्‍मोक‍िंग और शराब से दूरी बना लें.
5. स्‍ट्रेस पर काबू करें.
6. पर्याप्‍त नींद जरूर लें. रोजाना 7 से 8 घंटे जरूर सोएं.
7. ब्‍लड प्रेशर पर भी नजर रखें. बीपी हमेशा कंट्रोल में रहना चाह‍िए.
8. कोलेस्‍ट्रॉल ना बढने दें.
9. रेगुलर होल बॉडी चेकअप कराएं. इसमें द‍िल की सेहत की स्‍क्रीन‍िंग भी जरूर कराएं.

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