रविवार को छुट्टी के दिन सभी करते हैं , फिर भुगतते हैं मां लक्ष्‍मी का प्रकोप!

रविवार की छुट्टी के दिन कई लोग अपने सप्‍ताह भर के काम निपटाते हैं. इसी में नाखून और बाल काटने जैसे काम भी शामिल होते हैं. लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि सप्‍ताह के किस दिन नाखून काटने से धन लाभ होता है और किस दिन काटने से धन हानि?

हिंदू और मुस्लिम दोनों ही धर्म में नाखून काटने का सही दिन और तरीका बताया गया है. बॉडी के डेड सेल्‍स नाखून-बाल को काटने का काम वैसे सामान्‍य लग सकता है लेकिन इन्‍हें काटने के दिन और समय का हमारे जीवन पर बड़ा असर पड़ता है. ज्‍योतिष शास्‍त्र में नाखून काटने के लिए भी सही समय और सही दिन बताया है. वहीं गलत समय में नाखून काटना कई तरह की मुसीबतें लाता है. आमतौर पर लोग रविवार के दिन छुट्टी होने के कारण नाखून काटने का काम संडे को करते हैं, जबकि बिना सोचे-समझे ऐसा करना नुकसानदेय साबित हो सकता है. जानिए सप्‍ताह के किस दिन नाखून काटना शुभ होता है और कब अशुभ होता है.

सप्‍ताह के इन दिनों में नाखून काटने से आती है गरीबी

ये बात तो अधिकांश लोग जानते हैं और मानते भी हैं कि मंगलवार व गुरुवार के दिन नाखून नहीं काटना चाहिए. जबकि इसके अलावा भी सप्‍ताह के 2 अन्‍य दिन ऐसे हैं, जिनमें नाखून काटने की मनाही की गई है. ज्‍योतिष के अनुसार शनिवार और रविवार को भी नाखून नहीं काटना चाहिए. इन दिनों में नाखून काटने से धन हानि होती है, तरक्‍की में रुकावटें आती हैं. व्‍यक्ति का आत्‍मविश्‍वास कम होता है. उसे कड़ी मेहनत के बाद भी नौकरी-व्‍यापार में उन्‍नति नहीं मिलती है. साथ ही मां लक्ष्‍मी की नाराजगी उसके पास पैसा नहीं टिकने देती है.

इन दिनों में भी नाखून काटना वर्जित 
सप्‍ताह के इन दिनों के अलावा नवरात्रि, सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण, व्रत के दिन भी नाखून नहीं काटने चाहिए. त्‍योहार जैसे पवित्र दिनों में भी नाखून काटने की मनाही की गई है. बेहतर है कि इन खास मौकों से एक-दो दिन पहले ही नाखून बाट काटने के काम कर लें.
नाखून काटने के शुभ दिन 
नाखून काटने के लिए बुधवार और शुक्रवार को सबसे शुभ दिन माना गया है. मां लक्ष्‍मी और शुक्र ग्रह की कृपा से शुक्रवार नाखून काटने से धन-दौलत बढ़ती है, खूबसूरती बढ़ती है. वहीं बुधवार को नाखून काटने से करियर में तरक्‍की मिलती है.
रात में नहीं काटने चाहिए नाखून 
इसके अलावा शाम और रात को भी नाखून काटना अच्‍छा नहीं माना गया है. सूर्यास्‍त के बाद मां लक्ष्‍मी भ्रमण पर निकलती हैं और घर में प्रवेश करती हैं. लिहाजा शाम के बाद साफ-सफाई करना, नाखून काटना जैसे काम करना मां लक्ष्‍मी को नाराज कर देते हैं और इससे गरीबी आती है.

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