होलिका दहन के दिन ना करें ये काम,दुख कभी नहीं छोड़ेंगे पीछा
13 मार्च की रात को होलिका दहन होगा. होलिका दहन एक पवित्र परंपरा है और इस दिन कुछ गलतियां करने से बचना चाहिए, वरना जिंदगी पर संकट आ सकता है.

हर साल फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा की रात को होलिका दहन किया जाता है. इस साल फागुन पूर्णिमा 13 मार्च को पड़ रही है. होलिका दहन की रात लोग अपने परिजनों, दोस्तों रिश्तेदारों के साथ मिलकर होलिका की पूजा करते हैं और फिर होलिका दहन करते हैं. शास्त्रों में होलिका दहन के लिए कुछ नियम-कायदे बताए गए हैं. इनका पालन करना जरूरी है, वरना कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है…
होलिका दहन के जरूरी नियम
– होलिका दहन करने के लिए शुभ मुहूर्त का जरूर ध्यान रखें. गलती से भी भद्रा काल में होलिक दहन ना करें. होलिका दहन हमेशा पंचांग के अनुसार अच्छे मुहूर्त में करना चाहिए.
– होलिका दहन से पहले विधि-विधान से पूजा करें. इससे पहले स्नान करके साफ कपड़े पहनें और फिर पूजा करें. गंदी या अपवित्र स्थिति में होलिका दहन करने की गलती ना करें.
– किसी भी तरह का नशा करके होलिका दहन ना करें. यह गलती आप और आपके परिवार पर संकट ला सकती है.
– होलिका की अग्नि में कोई भी नकारात्मक चीज ना डालें. सूखी लकड़ी और गोबर के उपलों से ही अग्नि जलाएं. कई बार लोग होलिका में टूटे फूटे लकड़ी के सामान जैसे पलंग, सोफा, अलमारी का सामान आदि चीजें डाल देते हैं. इन चीजों का संबंध शनि, राहु और केतु से होता है, अगर आप इन चीजों को होलिका की आग में डालते हैं तो ऐसा करने से इन ग्रहों के अशुभ प्रभाव का सामना भी करना पड़ता है. इसके अलावा होलिका की अग्नि में टायर, कपड़े, प्लास्टिक का सामान भी ना डालें. ऐसा करना आपके जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालता है.
– होलिका की आग में भूलकर भी पानी वाला नारियल नहीं डालना चाहिए, ऐसा करना बेहद अशुभ होता है. होलिका की अग्नि में सूखा नारियल अर्पित करें. इससे कुंडली में चंद्र ग्रह अशुभ फल देने लगता है.
– होलिका की पूजा में वो पकवान भी अर्पित करें जो होली पर्व के लिए बनाए गए हैं. ध्यान रहे कि वे सात्विक ही हों.
– होलिका दहन के दिन मांस-मदिरा का सेवन ना करें. ना ही होली के दिन धन का लेन-देन करें.
– होली का पर्व अपनों को गले लगाने, सभी के साथ मिलकर उत्सव मनाने का है. इस दिन ना तो किसी को अपशब्द कहें ना किसी से झगड़ा करें. महिला-बुजुर्गों का अपमान करने की महागलती तो बिल्कुल ना करें.