CM फडणवीस ने खुलकर बता दी अंदर की बात
फडणवीस ने कहा कि सरकार गठन में कोई देरी नहीं हुई. मुझे नहीं लगता कि शिंदे जी किसी मुद्दे पर नाराज थे. कुछ लोगों की इच्छा थी कि शिंदे जी समन्वय समिति के अध्यक्ष बनें. लेकिन दिल्ली में हमारी बैठक के दौरान शिंदे जी ने सहमति जताई कि बीजेपी के पास अधिक विधायक हैं.
पिछले कई दिनों से चल रहा महाराष्ट्र का महा ड्रामा उस समय जाकर खत्म हुआ जब गुरुवार को मुंबई के आजाद मैदान में शपथ ग्रहण समारोह हुआ. कई दिनों की उठापटक के बाद यह संभव हो पाया था. एकनाथ शिंदे को लेकर तमाम तरह की बातें सामने आईं.. किसी ने बताया कि वो नाराज हैं.. फिर खबर आई कि वे सरकार में शामिल नहीं होंगे. फिर बताया गया कि उनको गृह विभाग चाहिए. इन सबके बावजूद उन्होंने डिप्टी सीएम की शपथ ली. अब जबकि सरकार का गठन हो गया, तब जाकर सीएम फडणवीस ने यह बताया कि क्या सच में शिंदे नाराज थे.
‘एकनाथ शिंदे भावुक स्वभाव के हैं’
असल में एक निजी टीवी इंटरव्यू में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उनके डिप्टी एकनाथ शिंदे नाराज नहीं थे. उन्होंने सरकार गठन में किसी तरह की देरी का आरोप भी गलत बताया है. फडणवीस ने बताया कि बात यह है कि एकनाथ शिंदे भावुक स्वभाव के हैं, जबकि उनके दूसरे डिप्टी अजित पवार व्यवहारिक राजनीति करते हैं.
इस इंटरव्यू में फडणवीस ने कहा कि शिंदे जी भावुक स्वभाव के हैं और अजित दादा व्यवहारिक राजनीति करते हैं. मैंने दोनों के साथ तालमेल बनाया है. हालांकि फडणवीस ने स्वीकार किया कि महायुति गठबंधन ने पिछले ढाई साल में कड़ी मेहनत की, लेकिन यह समय किसी रोलर कोस्टर राइड जैसा था.
सरकार गठनपर क्या बोले फडणवीस?
फडणवीस ने कहा कि सरकार गठन में कोई देरी नहीं हुई. मुझे नहीं लगता कि शिंदे जी किसी मुद्दे पर नाराज थे. कुछ लोगों की इच्छा थी कि शिंदे जी समन्वय समिति के अध्यक्ष बनें. लेकिन दिल्ली में हमारी बैठक के दौरान शिंदे जी ने सहमति जताई कि बीजेपी के पास अधिक विधायक हैं, इसलिए मुख्यमंत्री बीजेपी से होना चाहिए.
गृह-विभाग को लेकर खींचतान जारी..
सीएम फडणवीस भले ही विभागों को किसी खींचतान से इनकार करते रहें लेकिन सूत्रों का कहना है कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उनसे से गृह विभाग की मांग की है. विभागों के आवंटन पर बातचीत फिलहाल जारी है. खुद शिवसेना विधायक भरत गोगावले ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है. शिवसेना प्रमुख शिंदे के सहयोगी गोगावले ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार 11 से 16 दिसंबर के बीच होने की संभावना है. उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र से ठीक पहले होगा.
शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से…
इन सबके बीच विधानमंडल का शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से शुरू होगा. गोगावले ने कहा कि जब देवेंद्र फडणवीस शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में उपमुख्यमंत्री थे, तब उनके पास भी गृह विभाग था. शिंदे जी ने गृह विभाग की मांग की है और विभाग आवंटन पर बातचीत जारी है. यह पूछे जाने पर कि मांग किससे की गई है, गोगावले ने कहा कि शायद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी या केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से की गई है.