असम में 2406 गांव जलमग्न

असम :असम में शनिवार को भी बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है, हालांकि राज्य के कई हिस्सों में जलस्तर घटने लगा है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। गुवाहाटी स्थित भारत मौसम विभाग के क्षेत्रीय केंद्र ने बताया कि असम के अधिकांश स्थानों पर मध्यम बारिश होने की संभावना है, जबकि कोकराझार जिले के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) द्वारा शुक्रवार रात जारी की गई एक रिपोर्ट में बताया कि राज्य में बाढ़ के कारण सात और लोगों की मौत हो गई है। वहीं, 23 जिलों में 12.33 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। असम में इस साल बाढ़, भूस्खलन, तूफान और बिजली गिरने से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 106 हो गई है।

धुबरी में सबसे ज्यादा असर
एएसडीएमए की रिपोर्ट के अनुसार, धुबरी जिले में सबसे अधिक 3.18 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। इसके बाद कछार में लगभग 1.5 लाख लोग और गोलाघाट में 95,000 से अधिक लोगों को प्राकृतिक आपदा के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। एएसडीएमए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ”राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ का पानी कम हो रहा है। चूंकि अधिकांश इलाकों में बारिश रुक गई है, इसलिए स्थिति में और सुधार होने की संभावना है।” वर्तमान में, 2,95,651 विस्थापित लोगों ने 18 जिलों के 316 राहत शिविरों में शरण ले रखी है।

2406 गांव जलमग्न
राज्य सरकार ने पिछले 24 घंटों के दौरान, बाढ़ से प्रभावित लोगों को 3,621.01 क्विंटल चावल, 666.3 क्विंटल दाल, 6,266.61 क्विंटल नमक और 11,446.82 लीटर सरसों का तेल उपलब्ध कराया है। एएसडीएमए ने बताया कि वर्तमान में राज्य के 2,406 गांव जलमग्न हैं और 32,924.32 हेक्टेयर फसल नष्ट हो गई। असम के कई जिलों में बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़कें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वर्तमान में, ब्रह्मपुत्र नदी नेमाटीघाट, तेजपुर और धुबरी में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। एएसडीएमए ने बताया कि बराक नदी की सहायक नदी कुशियारा भी करीमगंज में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

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