वोट दो, पानी लो : डीके शिवकुमार के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का केस
भाषण में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया गया- राज्य चुनाव आयुक्त

बेंगलुरु (कर्नाटक): लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) के उल्लंघन के आरोप में शनिवार को कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।
यह मामला शिवकुमार के एक कथित वायरल वीडियो के संबंध में है, जिसमें वह बेंगलुरु के आरआर नगर में एक हाउसिंग सोसाइटी के निवासियों से वोट मांगते नजर आ रहे हैं। उन्होंने कथित तौर पर उन्हें नियमित जल आपूर्ति, एक सीए साइट और अन्य लाभ देने का वादा किया था अगर उन्होंने उनके भाई डीके सुरेश को वोट दिया।
इसके तुरंत बाद, भारतीय जनता पार्टी ने “सत्ता के खुलेआम दुरुपयोग” के लिए कांग्रेस नेता पर कटाक्ष किया था। एक्स पर वीडियो साझा करते हुए, बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, “कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने सत्ता का बेशर्मी से दुरुपयोग करते हुए, अपने भाई डीके सुरेश के निर्वाचन क्षेत्र में एक बड़ी हाउसिंग सोसायटी के मतदाताओं को बंधक बना लिया है।”
उनके खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है. यह मामला कांग्रेस नेता शिवकुमार के एक वीडियो से जुड़ा हुआ है. वीडियो में कथित तौर पर वे बेंगलुरु के मतदाताओं से कहते हुए दिखाई दिए, कि अगर वे उनके भाई डीके सुरेश को वोट देंगे तो उन्हें कावेरी नदी से पानी की सप्लाई दी जाएगी. डीके सुरेश बेंगलुरु ग्रामीण सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
मालवीय की पोस्ट के मुताबिक, शिवकुमार ने कहा, “मैं यहां बिजनेस डील के लिए आया हूं.. यहां 6,000 वोटों के साथ 2,500 घर हैं… आपको सीए साइट और कावेरी जल चाहिए… अगर मैं यह करवा दूं, तो आप मुझे क्या देंगे?”
उन्होंने कहा कि इस तरह की धमकियां और बदले में बदले की कार्रवाई “अस्वीकार्य” हैं। “अगर वह ऐसा नहीं करते हैं, तो भाजपा सत्ता में आने पर ऐसा करेगी। लेकिन इस तरह की धमकियां और जिस चीज के लिए वोट दिया गया है उसे पूरा करने के बदले में बदले की भावना अस्वीकार्य है,” मालवीय ने लिखा। उन्होंने पोस्ट पर चुनाव आयोग को टैग किया और उनसे यहां “कई उल्लंघनों और धमकी” पर ध्यान देने का आग्रह किया।
राज्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि उनके भाषण में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया गया है और “चुनावों में रिश्वतखोरी और अनुचित प्रभाव” के लिए पुलिस केस दर्ज किया गया है.
एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर सामने आया है जिसमें डीके शिवकुमार कथित तौर पर अपने भाई के चुनाव क्षेत्र में एक हाउसिंग सोसाइटी के निवासियों को संबोधित कर रहे हैं. उन्हें यह कहते हुए सुना गया कि वे एक “बिजनेस डील” के लिए आए हैं और अगर लोग उनके भाई को वोट देते हैं तो वे उन्हें कावेरी नदी के पानी की सप्लाई करना सुनिश्चित करेंगे.
डीके शिवकुमार एक रैली को संबोधित करते हुए कहते हैं कि, “मैं यहां एक बिजनेस मीटिंग के लिए आया हूं. आप कावेरी जल और सीए साइट चाहते हैं. बाकी सभी मुद्दे छोटे हैं. अगर मैं इन्हें पूरा कर दूंगा, तो आप मेरे लिए क्या करेंगे? मैंने इस मुद्दे पर आयुक्त से बात की. मैंने पूछा कि क्या कर सकते हैं. मैं शेयरिंग और केयरिंग में विश्वास करता हूं.”
उन्होंने कहा, “आपको मेरे प्रति अपना भरोसा शेयर करना होगा ताकि मैं आपकी केयर कर सकूं. आप बूथ के आधार पर वोट देते हैं, उम्मीदवार के आधार पर नहीं. मैं उप मुख्यमंत्री हूं, जल और बेंगलुरु बीडीए मंत्री हूं, मैं यहां सब कुछ हूं. सब कुछ आपकी जेब में है. मैं आपके घर आया हूं, मेरा उपयोग करें, मुझे वोट दें, दो-तीन महीने के अंदर मैं यह काम करा दूंगा.”
बेंगलुरु शहर के लोग पिछले दो महीनों से पानी के गंभीर संकट से जूझ रहे हैं. बेंगलुरु को मुख्य रूप से पानी सप्लाई दो स्रोतों से की जाती है – कावेरी नदी और ग्राउंड वाटर. पिछले कुछ समय से बारिश नहीं होने के कारण शहर के प्राथमिक जल स्रोत दम तोड़ने लगे हैं.
बेंगलुरु शहर को रोज 2600 से 2800 मिलियन लीटर पानी की जरूरत होती है और फिलहाल जरूरत से आधी मात्रा में जल आपूर्ति हो रही है. इसके नतीजे में शहर के लोगों को पानी के के लिए हर दिन संघर्ष करना पड़ रहा है.
कर्नाटक में लोकसभा चुनाव के तहत मतदान दो चरणों में 26 अप्रैल और सात मई को होगा. नतीजे चार जून को घोषित किए जाएंगे.