जापान ने क्यों उठाया ये कदम

जापान : जापान की इकोनॉमी मुश्किल दौर में है. अर्थव्यवस्था की स्थिति डमाडोल है. हाल ही में उससे विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था का ताज छीन गया था. जर्मनी ने जापान को पीछे धकेलते हुए वर्ल्ड इकोनॉमी की तीसरा पोजिशन हासिल किया. जापान मंदी की चपेट में आ चुका है. अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर चुनौतियां का सामना कर रहे जापान ने बड़ा फैसला लेते हुए बैंक नोटों की बदल दिया. 20 साल में पहली बार बैंक ऑफ जापान ने नए बैंक नोट जारी किए है. बैंक ऑफ जापान ने बुधवार को इन्हें सर्कुलेशन में भेज दिया है. खासबात ये है कि दो 2 दशक में पहली बार बुधवार को नए बैंक नोट जारी किए. जापान के प्रधानमंत्री फूमियो किशिदा ने 10,000 येन, 5,000 येन और 1,000 येन के नए नोट को जारी किया.

क्या है नोट में खास

जापान में जारी किए गए नए नोट आधुनिक फीचर्स से साथ जारी किए गए हैं. इनमें ‘3-डी होलोग्राम’ प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया गया है. नए सेफ्टी फीचर्स से साथ जारी किए गए नोट जालसाजी और नकली नोटों के चलन को कम करने में मदद करेंगे. नए नोटों में जालसाजी-रोधी फीचर्स की तारीफ करते हुए जापान के प्रधानमंत्री ने कहा कि ये ऐतिहासिक मौका है. बैंक ऑफ जापान के मुताबिक उन्हें उम्मीद है कि लोगों को नए नोट पसंद आएंगे.

देश की अर्थव्यवसथा को मिलेगा बल
ये पहली बार है, जब दो दशक में पहली बार जापान में नए बैंक नोट जारी किए गए हैं. 3-डी होलोग्राम तकनीक वाले 10,000 येन, 5,000 येन और 1,000 येन के नए नोटों में एडवांस सेफ्टी फीचर्स हैं. उन्हें उम्मीद है कि वे जापानी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में सहायक होंगे. बैंक ऑफ जापान ने कहा है कि नए नोट के साथ पहले से चलन वाले नोट भी वैध रहेगी. बैंक ऑफ जापान के गवर्नर काजुओ उएदा ने कहा कि दुनिया नकदी रहित लेन-देन की ओर बढ़ रही है, लेकिन हमारा मानना ​​है कि कहीं भी तथा कभी भी सुरक्षित भुगतान के लिए नकदी अब भी महत्वपूर्ण है. जापान की इकोनॉमी बीते कुछ समय से बुरे दौर से गुजर रही है. जापान की सरकार और बैंक ऑफ जापान को उम्मीद है कि नए नोटों से देश की अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा. बता दें कि जापान में कैशलेस ट्रांजैक्शन काफी मजबूत है. साल 2023 में उपभोक्ता खर्च का 39 फीसदी हिस्सा कैशलेस पेमेंट का रहा था. बीते एक दशक से जापान में कैशलेस पेमेंट में बढ़ावा आया है.

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