यूपी: चुनाव के दौरान भड़काऊ भाषण देने पर 42 और आचार संहिता उल्लंघन पर अब तक 153 मुकदमे

लखनऊ: लोकसभा चुनाव के दौरान नेताओं की जुबानी जंग अब मुसीबत का सबब बन सकती है। प्रदेश पुलिस ने चुनाव की आदर्श आचार संहिता के तहत भड़काऊ भाषण (हेट स्पीच) के 42 मुकदमे दर्ज किए हैं। जिसमें से सर्वाधिक 6 मुकदमे गोण्डा जिले में दर्ज हुए हैं।
बता दें कि इसके अलावा फतेहपुर में 3, कानपुर, प्रयागराज, सीतापुर, मुरादाबाद, चित्रकूट, औरैया, बाराबंकी में 2-2 और गाजियबाद, वाराणसी, मुजफ्फरनगर, शामली, कानपुर देहात, मेरठ, संभल, बलिया, फतेहगढ़, मैनपुरी, फिरोजबाद, चंदौली, कुशीनगर, बदायूं, इटावा, एटा, बलरामपुर, श्रावस्ती, जौनपुर और आजमगढ़ में एक-एक मुकदमा हेट स्पीच की शिकायत पर दर्ज हुआ है।
इन मुकदमों की जद में बसपा के पूर्व नेशनल कोआर्डिटनेटर आकाश आनंद, बसपा के सीतापुर जिलाध्यक्ष विकास राजवंशी, बसपा प्रत्याशी महेंद्र यादव, लखीमपुर से बसपा प्रत्याशी अंशय कालरा, धौरहरा के बसपा प्रत्याशी श्याम किशोर अवस्थी, कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद, उनकी भतीजी मारिया आलम, संभल के सपा जिला उपाध्यक्ष मोहम्मद उस्मान, संभल के सपा प्रत्याशी जियाउर्रहमान बर्क, मुरादाबाद से सपा प्रत्याशी रुचि वीरा, कैराना से बसपा प्रत्याशी श्रीपाल राणा आदि शामिल हैं।
वहीं बिना अनुमति प्रचार करने के मामले में गोंडा से भाजपा प्रत्याशी कीर्तिवर्धन सिंह, सपा प्रत्याशी श्रेया वर्मा, भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह, उनके बेटे एवं कैसरगंज से भाजपा प्रत्याशी करण भूषण सिंह पर मुकदमा दर्ज हो चुका है।
आजम को हुई सजा, अब्बास और उमर फंसे
बता दें कि सपा नेता एवं पूर्व मंत्री आजम खां को 2019 लोकसभा चुनाव में हेट स्पीच देने पर सजा हो चुकी है। हालांकि एमपी-एमएलए कोर्ट ने कुछ दिन पहले उन्हें बरी भी कर दिया है। वहीं 2022 के विधानसभा चुनाव में हेट स्पीच देने पर सुभासपा प्रत्याशी अब्बास अंसारी और उनके भाई उमर अंसारी पर मुकदमा हुआ था, जिसकी सुनवाई चल रही है।
सुरजेवाला पर लगी रोक
चुनाव आयोग ने मथुरा से भाजपा प्रत्याशी हेमा मालिनी पर अमर्यादित टिप्पणी करने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला के चुनाव प्रचार पर 48 घंटे की रोक लगा दी थी। साथ ही उनसे जवाब-तलब भी किया था।
अब तक 153 मुकदमे दर्ज
चुनाव आयोग के मुताबिक लोकसभा चुनाव के दौरान प्रदेश में अब तक बिना अनुमति के सभा व भाषण करने, मतदाताओं को लुभाने के लिए नकदी बांटने, वाहनों में बीकन लाइट, फ्लैग के दुरुपयोग एवं अन्य मामलों में 153 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। इसके अलावा 9 एनसीआर भी दर्ज की गयी हैं।