‘जनरल आसिम मुनीर ने करवाया पहलगाम हमला’
पाकिस्तान के पूर्व सैनिक आदिल रजा का बड़ा दावा

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के पूर्व सैनिक आदिल रजा ने कहा है कि पहलगाम हमला पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर ने करवाया है। आदिल रजा ने कहा है कि पहलगाम में आतंकी हमले का आदेश पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने दिया था। बता दें कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर पहले ही पाकिस्तान सवालों के घेरे में है। पहलगाम आतंकी हमले में कुल 26 लोगों की मौत हो गई थी। आतंकवादियों ने पहलगाम में छुट्टी मनाने गए पर्यटकों को उनका धर्म पूछकर गोली मारी थी। घटना के बाद हुई शुरुआती जांच में पता चला था कि आतंकियों के तार पाकिस्तान से जुड़े हैं।
आदिल रजा ने क्या दावा किया है?
आदिल रजा ने एक बहुत बड़ा दावा करते हुए X पर लिखा, ‘पाकिस्तानी खुफिया विभाग के उच्च पदस्थ सूत्रों से अब यह पुष्टि हो गई है कि पहलगाम आतंकवादी हमला जनरल आसिम मुनीर के आदेश पर किया गया था, जबकि पूरा पाकिस्तान इस दुस्साहस से अनभिज्ञ है और उसे इस बारे में कुछ नहीं पता।’ रजा ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘पहलगाम आतंकी हमला फासीवादी असीम मुनीर और सेना में उसके साथियों द्वारा अपने निजी हितों की पूर्ति के लिए किया गया एक व्यक्तिगत कृत्य था। इसलिए, सैन्य कब्जे वाले पाकिस्तान को किसी एक दुष्ट तत्व की कार्रवाइयों के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।’
भारतीय विमानों के लिए पाकिस्तानी एयरस्पेस बंद
इस बीच पाकिस्तान ने गुरुवार को भारतीय विमानों के लिए अपना एयरस्पेस और वाघा बॉर्डर को बंद कर दिया। पाकिस्तान ने साथ ही भारत के साथ सभी प्रकार के व्यापार पर रोक लगा दी और कहा कि सिंधु जल संधि के तहत पाकिस्तान को मिलने वाले पानी को रोकने या परिवर्तित करने की कोई भी कोशिश जंग की कार्रवाई मानी जाएगी। ये घोषणाएं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद की गईं।
शरीफ ने तीनों सेना प्रमुखों के साथ की बैठक
शरीफ ने पहलगाम हमले के बाद भारत के कड़े एक्शन को देखते हुए सरकार के प्रमुख मंत्रियों और तीनों सेना प्रमुखों के साथ बैठक की। राष्ट्रीय सुरक्षा समिति यानी कि NSC की बैठक के बाद जारी एक बयान में कहा गया कि पाकिस्तान की संप्रभुता और सुरक्षा को किसी भी तरह का खतरा होने पर हर तरह से मजबूती से जवाब दिया जाएगा। बयान के मुताबिक, पाकिस्तान ने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद सिंधु जल संधि को सस्पेंड करने के भारत के फैसले को ‘खारिज’ किया और कहा कि यह 24 करोड़ पाकिस्तानियों के लिए जीवन रेखा है।