चुनाव आयोग ने खारिज किए राहुल के आरोप

कहा- सुधार के आए सिर्फ 89 आवेदन

नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों का जवाब दिया है। उनका दावा है कि महाराष्ट्र की वोटर लिस्ट में गड़बड़ी की गई थी। चुनाव आयोग के सूत्रों ने इन आरोपों को गलत बताया है। चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक 6,40,87,588 मतदाताओं ने वोट डाले। हर घंटे लगभग 58 लाख वोट पड़े। इस हिसाब से आखिरी दो घंटों में लगभग 1 करोड़ 16 लाख वोट पड़ सकते थे। इसलिए, दो घंटों में 65 लाख वोट पड़ना औसत से कम है।

सूत्रों ने यह भी कहा कि हर पोलिंग बूथ पर उम्मीदवारों या राजनीतिक पार्टियों के एजेंट मौजूद थे। कांग्रेस के उम्मीदवारों या उनके एजेंटों ने वोटिंग के समय किसी भी तरह की गड़बड़ी की शिकायत नहीं की। उन्होंने रिटर्निंग ऑफिसर (RO) और चुनाव पर्यवेक्षकों के सामने भी कोई सबूत नहीं पेश किया।

‘कांग्रेस को पहले कोई शिकायत नहीं थी’
भारत में वोटर लिस्ट जिसमें महाराष्ट्र की वोटर लिस्ट भी शामिल है, जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 और निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण नियम, 1960 के अनुसार बनाई जाती है। कानून के अनुसार, चुनाव से ठीक पहले या हर साल वोटर लिस्ट को अपडेट किया जाता है। इसकी फाइनल कॉपी कांग्रेस समेत सभी राष्ट्रीय और प्रदेश की राजनीतिक पार्टियों को दी जाती है। महाराष्ट्र चुनाव के दौरान वोटर लिस्ट फाइनल होने के बाद 9,77,90,752 मतदाताओं में से केवल 89 अपीलें पहले अधिकारी (DM) के पास और केवल एक अपील दूसरे अधिकारी (CEO) के पास दर्ज की गई।

‘निराधार आरोप कानून का अपमान’
चुनाव आयोग के सूत्रों ने कहा कि इससे साफ है कि कांग्रेस या किसी अन्य राजनीतिक पार्टी को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 से पहले कोई शिकायत नहीं थी। 1,00,427 पोलिंग बूथों के लिए वोटर लिस्ट अपडेट करते समय, 97,325 बूथ-लेवल अधिकारियों के साथ-साथ सभी राजनीतिक पार्टियों की ओर से 1,03,727 बूथ-लेवल एजेंट भी नियुक्त किए गए थे, जिनमें कांग्रेस के 27,099 एजेंट शामिल थे।

सूत्रों ने कहा कि इसलिए, महाराष्ट्र की वोटर लिस्ट पर लगाए गए ये निराधार आरोप कानून का अपमान हैं। चुनाव आयोग का यह जवाब राहुल गांधी के उस आरोप के बाद आया है, जिसमें उन्होंने अमेरिका के बोस्टन में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत में चुनाव आयोग (EC) ‘समझौता’ कर चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि सिस्टम में कुछ गड़बड़ है।

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