US में ट्रंप के खिलाफ सड़कों पर क्यों उतरे लोग?
गुस्साई भीड़ ने हिटलर से की अमेरिकी राष्ट्रपति की तुलना

न्यू जर्सी (USA) : अमेरिका की सड़कों पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। अमेरिका के लोगों में राष्ट्रपति ट्रंप को लेकर भारी नाराजगी है। राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करने के लिए लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ट्रंप सरकार की नीतियों के खिलाफ लोग ये विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
हजारों प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को राष्ट्रपति ट्रंप और उनकी नीतियों के खिलाफ सड़कों पर रैली निकाली। इससे दो हफ्ते प भी अमेरिका के अलग-अलग शहरों में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए थे। भारी संख्या में लोग इस प्रदर्शन में भी शामिल हुए थे। हालांकि अमेरिकी मीडिया का कहना है कि वाशिंगटन और शिकागो जैसी कुछ जगहों पर 5 अप्रैल को हुए विरोध प्रदर्शनों की तुलना में कम लोग दिखे।
शनिवार को प्रदर्शन करने वाले लोगों की संख्या हजारों में थी, लेकिन इससे पहले जब 5 अप्रैल को प्रोटे्ट हुआ था, तो लगभग 10 हजार लोग इसमें शामिल हुए थे। अमेरिकी मीडिया के अनुसार शनिवार को जैक्सनविले, फ्लोरिडा से लेकर लॉस एंजिल्स तक 700 से ज्यादा कार्यक्रम आयोजित किए गए। न्यूयॉर्क, मिडटाउन मैनहट्टन में मार्च करने वालों ने मैडिसन एवेन्यू के 15 ब्लॉक भर दिए।
लोगों में इतना गुस्सा है कि अमेरिका के नागरिकों ने राष्ट्रपति ट्रंप की तुलना जर्मनी के तानाशाह हिटलर से कर दी। टैरिफ, अप्रवासी, LGBTQ समेत कई अन्य मुद्दों को लेकर अमेरिका के लोग ये प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन में लोग अलग-अलग तरह के पोस्टर भी लेकर आए हैं। एक पोस्टर पर लिखा है ‘DUMP TRUMP’। एक में लिखा है- ‘ये राजनीति नहीं नैतिकता का मामला है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने 20 जनवरी 2025 को शपथग्रहण किया। हालांकि, उसके बाद से अबतक ट्रंप सरकार की नीतियों के खिलाफ 4 बार बड़े स्तर पर प्रदर्शन हो चुका है। अमेरिकी नागरिक का मानना है कि ट्रंप एक तानाशाह की तरह बर्ताव कर रहे हैं, और उनसे लोकतंत्र को बचाया जाना चाहिए।
लोगों ने यूएस इमिग्रेशन और कस्टम्स इंफोर्समेंट के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि “हमारे राज्य में कोई डर नहीं, कोई नफरत नहीं, कोई ICE नहीं”। एक प्रदर्शनकारी मार्शल ग्रीन ने कहा कि उन्हें सबसे ज्यादा चिंता इस बात की है कि ट्रंप ने 1798 के युद्धकालीन एलियन एनिमीज़ एक्ट को लागू किया है, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि देश दक्षिण अमेरिकी राष्ट्र की सरकार से जुड़े वेनेज़ुएला के गिरोहों के साथ युद्ध में है, भले ही हाल ही में यूएस खुफिया आकलन में उनके बीच कोई समन्वय नहीं पाया गया हो।