बेटी की शादी का कर्ज चुकाने को बेटे के अपहरण झूठा खेल!
कर्जदारों से परेशान व्यापारी ने रचा नाटक, पिता.पुत्र गिरफ्तार

मथुरा : बेटी की शादी में अलीगढ़ के गुड़ व्यापारी ने दो रुपये प्रति सैकड़ा ब्याज पर लिया और फिर कुछ दिनों बाद कर्जदारों से परेशान हो गया। इससे निजात पाने के लिए व्यापारी ने बेटे साथ मिलकर उसके अपहरण की झूठी कहानी रच दी। पुलिस ने सोमवार को इस घटना का पर्दाफाश कर दिया. आरोपी पिता-पुत्र को जयपुर से गिरफ्तार कर लिया गया. यह कार्रवाई एसओजी, सर्विलांस और जमुनापार पुलिस ने की.
अलीगढ़ के रहने वाले नवाब सिंह गुड़ कारोबारी हैं. उनका बेटा सोनू चौधरी भी यही काम करता है. माल की सप्लाई के लिए उसका आगरा, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा आदि शहरों में आना-जाना लगा रहता है. 18 अप्रैल को नवाब सिंह ने पुलिस को फोन कर जानकारी दी कि अलीगढ़ से मथुरा आते समय सोनू का अपहरण हो गया. इसके बाद पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर नाकेबंदी शुरू की.
पुलिस के अनुसार जमुनापार पुलिस ने नवाब सिंह के बारे में जानकारी जुटाई. सीसीटीवी कैमरे भी चेक किए. इसमें अपहरण की घटना संदिग्ध पाई गई. इसके बाद पिता-पुत्र शक के दायरे में आ गए. पिता-पुत्र की लोकेशन जयपुर में मिली. दोनों को खोजने के लिए टीमें लगा दी गईं. 20 अप्रैल को जयपुर के होटल से सोनू चौधरी और पिता नवाब सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने मीडिया को बताया कि सोनू के पिता नवाब सिंह ने अपने 2 लड़कों की शादी करने के लिए अलीगढ़ के गांव पिथौर के रहने वाले विजयपाल सिंह से 5 लाख रुपए ब्याज पर लिए थे. यह कर्ज चुकता नहीं हो पा रहा था. दोनों को कर्ज देने वाले परेशान कर रहे थे. इससे बचने के लिए पिता-पुत्र ने अपहरण का नाटक रचा, जिससे कुछ दिनों तो वे इस परेशानी से बचे रहे.
इसके बाद सोनू के मोबाइल से नवाब के फोन पर मैसेज भेजा गया. इसमें सोनू के अपहरण की जानकारी देते हुए उसे छोड़ने के लिए 15 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी. पुलिस ने आगरा, हाथरस, अलीगढ़ और मथुरा राजस्थान के जयपुर के 120 से अधिक सीसीटीवी फुटेज चेक किए. इसमें पुलिस को अहम सुराग मिले.
एसएसपी ने बताया कि घटना के अनावरण के लिए एसओजी जमुना पार, सर्विलांस और स्वाट टीम को लगाया गया था. यह मामला अपहरण का नहीं था. पिता-पुत्र को राजस्थान के जयपुर से गिरफ्तार कर लिया गया.