डायबिटीज ऊपर से स्ट्रेस, दोनों मिल जाएं तो क्या होगा?

डायबिटीज और स्ट्रेस का गहरा रिश्ता है. तनाव से ब्लड शुगर लेवल काफी हद तक प्रभावित हो सकता है, इसलिए इसपर नजर बनाए रखना जरूरी है.

जब आप तनाव में होते है, तो शरीर कई तरह के हार्मोन रिलीज करता है जो ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकता है. ये मधुमेह के मरीजों में प्रतिकूल लक्षण पैदा कर सकता है, लेकिन इसका मैनेजमेंट मुमकिन है. अगर आप तनाव का अनुभव कर रहे हैं या खतरा महसूस कर रहे हैं, तो आपका शरीर प्रतिक्रिया करता है. इसे फाइट या फ्लाइट रिस्पॉन्स कहा जाता है. इस प्रतिक्रिया के दौरान, आपका शरीर आपके ब्लडफ्लो में एड्रेनालाईन (Adrenaline) और कोर्टिसोल (Cortisol) छोड़ता है, और आपकी रिस्पाइरेटरी रेट बढ़ जाती है. ये ग्लूकोज के स्तर को बढ़ा सकता है अगर शरीर इसे सही तरीके से प्रॉसेस नहीं कर पाता. अगर आप हाई ब्लड शुगर और स्ट्रेस दोनों से एक साभ परेशान हैं तो ये आपकी बीमारी को और जटिल बना देता है.

अलग-अलग तरह के स्ट्रेस डायबिटीज को कैसे अफेक्ट कर सकते हैं?

तनाव लोगों को अलग तरह से प्रभावित कर सकता है. आप जिस तरह के स्ट्रेस को महसूस करते हैं, उसका आपके शरीर की शारीरिक प्रतिक्रिया पर भी प्रभाव पड़ सकता है. जब टाइप 2 डायबिटीज के मरीज मानसिक तनाव में होते हैं, तो वे आम तौर पर अपने ब्लड शुगर के स्तर में वृद्धि का अनुभव करते हैं. टाइप 1 डायबिटीज वाले लोगों की प्रतिक्रिया ज्यादा विविध हो सकती है, इसका मतलब है कि वो अपने ग्लूकोज के स्तर में बढ़ोतरी या कमी का अहसास कर सकते हैं.  जब आप शारीरिक तनाव में होते हैं, तो आपका ब्लड शुगर भी बढ़ सकता है. यह बीमारी या चोट के कारण हो सकती है. ये टाइप 1 या टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों को प्रभावित कर सकता है.

कैसे पता करें कि स्ट्रेस आपके शुगर लेवल को अफेक्ट कर रहा है?
इसके लिए आपको स्ट्रेस के दौरा अपने ब्लड शुगर लेवल का ट्रैक रखना होता तागर ग्लूकोज स्पाइक का तुरंत पता लगाया जा सके. मिसाल के तौर पर, क्या आप हमेशा काम के प्रेशर की वजह से सोमवार की सुबह तनाव का अनुभव करते हैं? अगर हां, तो क्या आप जानते हैं कि सोमवार की सुबह अपने तनाव को कम करने और अपने ग्लूकोज को नियंत्रित रखने के लिए जरूरी कदम कैसे उठाएं.  आप अपने तनाव और ग्लूकोज के स्तर को कैप्चर करके यह निर्धारित कर सकते हैं कि आपके साथ ऐसा हो रहा है या नहीं. अगर आप कुछ हफ्तों तक इसका ट्रैक रखेंगे तो समझ पाएंगे कि तनाव आपको कितना नुकसान पहुंचा रहा है.

तनाव के लक्षण?

कभी-कभी, तनाव के लक्षण मामूल होते हैं, और हो सकता है कि आप उन पर ध्यान न दें. तनाव आपके मेंटन और इमोशनल हेल्थ को प्रभावित कर सकता है और आपके शारीरिक सेहत को भी नुकसान पहुंचा सकता है. सट्रेस के लक्षणों को पहचानने से आपको इसे रोकने में मदद मिल सकती है.

-सिर दर्द
-मांसपेशियों में दर्द –
-बहुत ज्यादा या बहुत कम सोना
-बीमारी की फीलिंग
-थकान
-निराशा
-चिड़चिड़ापन
-बेचैनी

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