अक्षय तृतीया पर बन रहे हैं शक्तिशाली योग ,इन चार उपायों को कर होंगे मालामाल

हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर अक्षय तृतीया पर्व मनाया जाता है. शास्त्रों की मानें तो यह वो ईश्वरीय तिथि है जिसमें कोई भी शुभ कार्य किए जा सकते हैं और इस दिन किए पुण्य कर्म का अक्षय फल प्राप्त होता है.

सनातन धर्म में अक्षय तृतीया का बहुत महत्व बताया गया है. हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली तृतीया तिथि पर यह पर्व मनाया जाता है. शास्त्रों की मानें तो अक्षय तृतीया की तिथि ईश्वरीय तिथि है जिसको लेकर कहा जाता है कि इस दिन किए गए पुण्य कामों का अक्षय फल प्राप्त होता है यानी ऐसा फल जो कभी खत्म नहीं होता है. आइए जानें इस साल अक्षय तृतीया कब है और इस दिन कौन कौन से शुभ संयोग का निर्माण हो रहा है.

अक्षय तृतीया कब है
अक्षय तृतीया कब है, अगर इसके लिए पंचांग देखें तो वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 29 अप्रैल 2025 को शाम के समय 5 बजकर 32 मिनट पर शुरू होकर 30 अप्रैल को दोपहर के 2 बजकर 25 मिनट तक रहने वाला है. उदया तिथि में 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया मनाई जाएगी. धार्मिक मान्यताएं हैं कि किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत या कोई भी मांगलिक कार्य इस दिन क्या जा सकता है. ऐसे में इस दिन बिना मुहूर्त देखे भी शादी, मुंडन, अन्नप्रासन जैसे मांगलिक कार्य कर लिए जाते हैं.

अक्षय तृतीया पर शुभ योग 
इस बार की अक्षय तृतीया पर सालों बाद ऐसा अद्भुत योग है कि यह तिथि अपने आप ही अति शुभ हो जाता है. वैदिक हिंदू पंचांग की माानें तो अक्षय तृतीया के पर्व पर तीन योग का निर्माण हो रहा है. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, शोभन योग और रवि योग का निर्माण हो रहा है. इस बार अक्षय तृतीया 2025 पर सर्वार्थ सिद्धि योग में पूजा करने से हर एक सिद्धि प्राप्त की जा सकती है. वहीं शोभन योग 30 अप्रैल को दोपहर के 12 बजकर 02 मिनट से शुरू हो रहा है. इसके अलावा शाम 4 बजकर 16 मिनट से इस दिन रवि योग शुरू हो रहा है.

अक्षय तृतीया के उपाय चमकाएंगे किस्मत

  • अक्षय तृतीया पर सुबह जल्दी उठें और स्नान आदि कर तांबे के बर्तन में शुद्ध जल लें और भगवान सूर्य को अर्ध्य दें. ध्यान रहें इस दौरान आपका मुख पूर्व दिशा में हो.
  • अक्षय तृतीया पर सूर्यदेव को जल अर्पित करते समय इन मंत्रों का जाप कर सकते हैं.
  • पहला मंत्र- “ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय, सहस्त्र किरणाय मनोवांछित फलं देहि देहि स्वाहा”, दूसरा मंत्र- “ॐ भास्कराय विग्रहे महातेजाय धीमहि, तन्नो सूर्यः प्रचोदयात्”
  • अक्षय तृतीया के दिन तिजोरी या धन और गहने रखने की जगह पर दीपक जलाने से धन में वृद्धि होती है औप मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है.
  • अक्षय तृतीया के दिन जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र, जल का दान करें साथ ही धन का दान करना भी उत्तम होगा. इस उपाय से जीवन में सुख-समृद्धि का वास होगा और पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त होगा.
  • अक्षय तृतीया पर तुलसी, घी, गुड़, चावल के साथ ही सोना दान करना विशेष फलदायी माना गया है.

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