जम्मू-कश्मीर:मचैल माता मंदिर के कपाट दर्शन के लिए खुले

श्रद्धालुओं के लिए निर्देश जारी

किश्तवाड़ (जम्मू-कश्मीर): जिले के उपमंडल पाडर में प्रसिद्ध मचैल माता मंदिर के कपाट लगभग तीन माह के बाद रविवार को खुले। सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन किए। इस दौरान जम्मू-कश्मीर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुनील कुमार शर्मा और मंडल आयुक्त जम्मू रमेश कुमार ने भी माथा टेका।

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में स्थित प्रसिद्ध श्री मचैल माता मंदिर को सर्दियों के बाद एक बार फिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। बैसाखी के शुभ अवसर पर मंदिर के पट खोले गए, जिससे साथ ही वार्षिक तीर्थयात्रा कार्यक्रम की भी औपचारिक शुरुआत हो गई। यह मंदिर देवी दुर्गा के रूप मचैल माता को समर्पित है और हर वर्ष यहां देशभर से लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।

इस शुभ अवसर पर जम्मू के संभागीय आयुक्त रमेश कुमार ने मंदिर पहुंचकर यात्रा की व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उनके साथ बीजेपी विधायक सुनील शर्मा और किश्तवाड़ के उपायुक्त राजेश कुमार शवन भी मौजूद रहे। मंदिर खुलने से पहले स्थानीय पुजारी पहलवान सिंह के घर से देवी मचैल माता की मूर्ति को धार्मिक अनुष्ठानों के साथ मंदिर तक लाया गया। पूरे आयोजन के दौरान भव्य मेला भी आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।

संभागीय आयुक्त ने अपने दौरे के दौरान यात्रा को सुचारू और सुरक्षित ढंग से संचालित करने के लिए सुरक्षा प्रबंधों, बिजली, पेयजल, स्वच्छता, आवास, परिवहन और स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारियों की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को तीर्थयात्रियों की सुविधाओं को प्राथमिकता देने और सभी आवश्यक सेवाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

श्रद्धालुओं से अपील
उपायुक्त शवन ने संभागीय आयुक्त को जानकारी दी कि स्थानीय हितधारकों, पुलिस और नागरिक प्रशासन के सहयोग से यात्रा को सफल बनाने के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं। साथ ही सभी श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे प्रशासन द्वारा जारी स्वास्थ्य और सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करें।

बता दें कि मकर संक्रांति के दिन मंदिर के मुख्य द्वार के कपाट बंद हुए थे और वहां से मां काली की मूर्ति को गांव के ही एक मंदिर में जो पहलवान के घर के ऊपर छत पर बना है, वहां विराजमान किया गया था। रविवार को बैसाखी पर्व को ढोल नगाड़ों के साथ मेले के रूप में मनाते हुए मां काली की मूर्ति को वहां से दोबारा उठाकर मुख्य मंदिर में स्थापित किया गया। जिला उपायुक्त राजेश कुमार शवन भी यहां पहुंचे हुए थे।

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