खरमास समाप्त! अप्रैल से जून, 3 महीने गूंजेगी शहनाई, होंगे मंगल कार्य

6 जुलाई को देवशयनी एकादशी, चातुर्मास शुरू हो जायेगा

वाराणसी: भगवान सूर्य के राशि परिवर्तन के साथ ही खरमास का समापन हो गया। सूर्य मीन राशि से मेष राशि में प्रवेश करेंगे और 14 अप्रैल को सतुआ संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा। इसके साथ ही पिछले एक महीने से शुभ और मांगलिक कार्यों पर लगा हुआ विराम भी खत्म हो जाएगा। एक बार फिर से शहनाइयां गूंज उठेंगी।

काशी विद्वत कर्मकांड परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य अशोक द्विवेदी ने बताया कि इस बार खरमास के बाद और चातुर्मास शुरू होने से पहले शादियों के लिए ढेर सारे शुभ मुहूर्त उपलब्ध हैं। अप्रैल से जून तक करीब 30 शुभ तिथियां हैं। हालांकि, जून के बाद शुभ मुहूर्त के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। दरअसल, 6 जुलाई को देवशयनी एकादशी के साथ चातुर्मास शुरू हो जाएगा और शुभ कार्यों पर फिर से रोक लग जाएगी।

इन तिथियों पर शुभ मुहूर्त
14, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 25, 29 और 30 अप्रैल
1, 5, 6, 8, 10, 14, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 24, 27 और 28 मई
2, 4, 5, 7 और 8 जून शुभ तिथियां

छह जुलाई को देवशयनी एकादशी से शुरू होने वाला यह चार महीने का समय भक्ति, तप और साधना के लिए समर्पित होता है। इस दौरान विवाह जैसे मांगलिक कार्य नहीं किए जाते। चातुर्मास का समापन नवंबर में देवउठनी एकादशी के साथ होगा, जब श्रीहरि विष्णु योगनिद्रा से जागेंगे। इस दिन भगवान विष्णु का तुलसी जी से विवाह संपन्न होगा, और इसके साथ ही शुभ कार्यों का सिलसिला फिर से शुरू हो जाएगा।

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