योगसान से सालों की जमी गंदगी हो जाएगी साफ़

लिवर को डिटॉक्स :खराब लाइफस्टाइल के कारण आजकल लिवर की बीमारियां बढ़ती जा रही हैं। ऐसे में लिवर को डिटॉक्स करने के लिए आप अपनी डाइट को बेहतर करने के अलावा एक्सरसाइज़ भी करें। साथ ही योगसान को अपनी जीवनशैली में शामिल करें। ये योगसान आपके लिवर जमी गंदगी को डिटॉक्स करने में बेहद फायदेमंद है। साथ ही ये ब्लड सर्कुलेशन को तेज करते हैं और लिवर के काम काज में तेजी लाते हैं। आइए जानते हैं वे योगसान कौन से हैं?
लिवर को डिटॉक्स करने के लिए इन योगासन को करें:
अर्ध मत्स्येन्द्रासन: अर्ध मत्स्येन्द्रासन लीवर डिटॉक्स के लिए सबसे अच्छे योग आसनों में से एक है। अर्ध मत्स्येन्द्रासन पेट के अंगों को उत्तेजित करता है, पाचन में सुधार करता है और लीवर के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है और लीवर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करती है।
सेतु बंधासन: सेतु बंधासन पीठ को मजबूत करता है और साथ ही लीवर और किडनी को उत्तेजित करता है। यह बैकबेंड लीवर में रक्त के प्रवाह को बढ़ाने, विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और इसकी प्राकृतिक विषहरण क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करता है।
त्रिकोणासन: त्रिकोणासन न केवल लचीलेपन में सुधार करता है बल्कि लीवर क्षेत्र में परिसंचरण को बढ़ाकर डिटॉक्स प्रक्रिया में भी सहायता करता है। अपने पैरों को चौड़ा करके खड़े हो जाएँ। अपनी भुजाओं को बगल की ओर फैलाएँ और अपने दाहिने पैर को 90 डिग्री पर घुमाएँ। अपने दाहिने हाथ को अपने दाहिने पैर की ओर बढ़ाएँ और अपने बाएँ हाथ को छत की ओर लाएँ। अपनी छाती को खुला रखें और इस मुद्रा को धारण करते समय गहरी सांस लें
भुजंगासन: भुजंगासन पित्त के स्राव को बढ़ावा देता है और तनाव को दूर करने में मदद करता है, जो कि डिटॉक्स प्रक्रिया के लिए आवश्यक है। अपनी हथेलियों को अपने कंधों के नीचे रखें और अपनी छाती को ऊपर उठाते हुए, अपनी बाहों को फैलाते हुए ज़मीन पर दबाएँ। अपनी कोहनी को थोड़ा मोड़कर रखें और 15 से 30 सेकंड तक इस मुद्रा में रहते हुए गहरी सांस लें।