साल के इन 5 दिनों में कभी नहीं देना चाहिए दान, लग जाएगा पितृ दोष!
क्या आप जानते हैं कि साल में 5 दिन ऐसे हैं, जब आपको गलती से भी किसी को दान नहीं करना चाहिए. ऐसा न करने पर परिवार आर्थिक दिक्कतों के ऐसे चक्रव्यूह में फंस जाता है कि उसके लिए बाहर निकलना बहुत मुश्किल हो जाता है.
सनातन धर्म में कोई भी त्योहार या व्रत तब तक पूर्ण नहीं माना जाता, जब तक जरूरतमंद को दान न दिया जाए. कहते हैं कि दूसरों की मदद करने से दुनिया को चलाने वाले भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी बेहद प्रसन्न होते हैं और वे उसका जीवन खुशियों से भर देते हैं. लेकिन साल के 5 दिन ऐसे हैं, जब गलती से भी किसी को दान नहीं देना चाहिए. मान्यता है कि यह नियम न मानने पर जातक को आर्थिक दिक्कतों के साथ ही तनावों से भी जूझना पड़ता है. आइए जानते हैं कि वे दिन कौन से हैं, जब दान नहीं देना चाहिए.
क्या गुरुवार को दान करना सही है?
ज्योतिष के विद्वानों के अनुसार, गुरूवार को भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की आराधना का दिन माना जाता है. इस दिन किसी को भी न तो पैसे उधार देने चाहिए और न ही दान देना चाहिए. कहते हैं कि ऐसा न करने पर जातक को धन का हानि झेलनी पड़ती है.
क्या सूर्यास्त के बाद करना चाहिए दान?
धार्मिक विद्वानों का कहना है कि दान देना एक पुण्य कार्य है. लेकिन यह दिन में ही किया जाना चाहिए. सूर्यास्त होने के बाद कुछ चीजों का दान कभी नहीं करना चाहिए. इनमें दही, दूध, हल्दी और तुलसी का पौधा शामिल है. ऐसा न करने पर मनुष्य को बुरे परिणामों का सामना करना पड़ता है.
मृत्यु के तुरंत बाद दान देना सही या गलत!
हिंदू धर्म के मर्मज्ञों के अनुसार, अगर किसी परिवार में कोई मृत्यु हो जाए तो 13वीं संपन्न होने तक किसी को भी दान नहीं देना चाहिए. ऐसा करने से पितृ दोष लग जाते हैं और परिवार को उसका खामियाजा भुगतना पड़ता है. लिहाजा इससे बचना चाहिए.
दिवाली पर दान देने से हमेशा बचें
कहते हैं कि दिवाली पर घर में मां लक्ष्मी का वास होता है. ऐसे में अगर आप त्योहार के अवसर पर दान देते हैं तो इससे मां लक्ष्मी रुष्ट होकर घर से चली जाती हैं. जिससे परिवार को दरिद्रता का सामना करना पड़ता है और वह कर्ज में डूब जाता है.
धनतेरस पर किस चीज का दान अशुभ?
धनतेरस पर्व से दिवाली के महापर्व की शुरुआत हो जाती है. इस दिन शाम के समय नमक का दान बेहद अशुभ माना जाता है. लिहाजा सभी व्यक्तियों को इससे बचना चाहिए. अगर कोई शाम में नमक मांगने आए तो उसे विनम्रतापूर्वक इनकार कर देना चाहिए.