मुंबई में छायी स्मॉग की परत
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में ठंड और कोहरे के साथ पॉल्यूशन का ट्रिपल अटैक देखने को मिल रहा है. उत्तर भारत समेत दिल्ली में जबरदस्त ठंड पड़ रही है. ठंडी हवाओं ने मैदानी इलाकों में ठिठुरन बढ़ा दी है. सर्दी के सितम के साथ दिल्ली में कोहरा भी घना होता जा रहा है. वहीं मुंबई भी स्मॉग की चादर में लिपटा नजर आ रहा है. बढ़ते पॉल्यूशन ने दिल्ली की आबोहवा को और जहरीला कर दिया. हालात इतने खराब हो गए हैं कि सांस लेना मुश्किल हो रहा है. बुजुर्ग हो या बच्चे, सभी का बुरा हाल है. खराब हवा में सांस लेने की वजह से हांफने वाली हालत हो गई है. प्रदूषण पिछले दिनों बारिश के बाद हवा में प्रदूषण जरूर कम हुआ था. लेकिन अब फिर से दिल्ली की हवा लगातार दमघोंटू होती जा रही है. आज सुबह 6 बजे दिल्ली का औसत एक्यूआई 441 दर्ज किया गया. जबकि शहर के कई इलाकों में हवा इतनी जहरीली हो चुकी है कि एक्यूआई 450 के पार पहुंच चुका है.
जरा सुबह सुबह धुंध में मुंबई का हाल देखिए
दिल्ली में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 5.9 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, जो सामान्य से 2.2 डिग्री कम है, जबकि अधिकतम तापमान 24.4 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से दो डिग्री अधिक है. मौसम विभाग ने घने कोहरे का पूर्वानुमान भी जारी किया है. आज भी दिल्ली में कोहरा छाया हुआ नजर आ रहा है. 19 और 20 दिसंबर के लिए भी घने कोहरे के छाने का अनुमान जताया गया है. दिल्ली में मंगलवार के दिन किसी भी हिस्से में शीत लहर नहीं चल रही थी. लेकिन आज शीत लहर फिर से चल पड़ी है. मौसम विभाग ने बुधवार को घने कोहरे का अनुमान जताया है. इस दौरान अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 24 डिग्री सेल्सियस एवं छह डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.
मुंबई में छायी स्मॉग की परत
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार- मुंबई शहर के कई हिस्सों में धुंध की एक पतली परत छाई हुई है क्योंकि यहां हवा की गुणवत्ता ‘मध्यम’ श्रेणी में है. मुंबई में नवंबर के आखिरी सप्ताह में भी स्मॉग छाया था. मुंबईकरों की आज सुबह की शुरुआत घने स्मॉग के साथ हुई. जिसका असर विजिबिलिटी पर भी पड़ रहा है. मुंबई के नरीमन पॉइंट और अन्य तटीय इलाके में लोग स्मॉग के बीच ही सुबह की सैर करते हुए दिए.
दिल्ली में आगे बढ़ेगा घना कोहरा
दिल्ली के प्रदूषण का मुख्य स्रोत वाहनों से निकलने वाला उत्सर्जन है, जिसका पीएम 2.5 में 18.8 प्रतिशत का योगदान है. फिलहाल, दिल्ली के प्रदूषण में पराली जलाने का कोई योगदान नहीं है, क्योंकि पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने का मौसम खत्म हो चुका है.
पहाड़ों में बर्फबारी में दिल्ली में बढ़ी ठिठुरन
पहाड़ी इलाके में हो लगातार हो रही बर्फबारी का असर अब मैदानी इलाके में साफ दिख रहा है. यही वजह है कि मैदानी इलाकों में पारा लुढ़कने लगा है. आने वाले दिनों में भी तापमान में ये गिरावट का ये सिलसिला यूं ही चलता रहेगा. श्रीनगर और हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है. नतीजतन दिल्ली समेत लगभग पूरे उत्तर भारत में तापमान लगातार नीचे जा रहा. यूपी, बिहार, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के कई इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है.
पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में अगले 2 दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा और बाद के 3 दिनों के दौरान 2-3 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट होने की संभावना है.उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अगले 4-5 दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव की संभावना नहीं है.मध्य और पश्चिम भारत में अगले 4-5 दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है.पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में अगले 3 दिनों के दौरान 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है और उसके बाद कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा.
ग्रैप-4 के तहत कई कड़ी पाबंदियां लागू
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की वजह से ग्रैप-4 के तहत कई कड़ी पाबंदियां लागू की गई है. लेकिन इसके बावजूद भी हालात में सुधार नहीं दिख रहा है. निर्माण गतिविधियों और शहर में ट्रकों की एंटी पर प्रतिबंध सहित सख्त उपायों के बावजूद कई क्षेत्रों में प्रदूषण में काफी बढ़ोतरी देखी गई. सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का 24 घंटे का औसत एक्यूआई सोमवार को 379 के मुकाबले मंगलवार शाम चार बजे 433 के साथ ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया. पिछली बार दिल्ली का एक्यूआई 23 नवंबर को 412 के साथ ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया था.
देश में कहां-कहां चल रही शीत लहर
देश के अधिकतर हिस्सों में शीत लहर चल रही है. मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि अगले कुछ दिनों तक मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में लोगों को भयंकर शीत लहर चलेगी. वहीं, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान के अलग-अलग इलाकों इस वक्त शीत लहर की चपेट में है. कुछ जगहों पर देश के अधिकतर हिस्सों में सुबह के समय पाला पड़ने के आसार हैं. इसके कारण ठिठुरन के और बढ़ने की आशंका जताई गई है.
दिल्ली की हवा में फिर क्यों बढ़ा पॉल्यूशन
एक्सपर्ट ने प्रदूषण में अचानक बढ़ोतरी का मुख्य कारण हवा की गति में गिरावट को माना है. उन्होंने बताया कि हवा की कम रफ्तार से स्थानीय प्रदूषक वायुमंडल में जमा हो गए हैं. जिसका असर दिल्ली की आबोहवा पर पड़ना तय है. उन्होंने बताया कि अगले दो दिनों तक एक्यूआई के ‘गंभीर’ श्रेणी में रहने की आशंका है. दिल्ली में मंदिर मार्ग, जहांगीरपुरी, नरेला, नेहरू नगर, पटपड़गंज, पंजाबी बाग, रोहिणी, आईटीओ, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, डीटीयू, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम, मंदिर मार्ग, पूसा, शादीपुर स्थित निगरानी केंद्रों ने एक्यूआई को ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया.