फसल काटते समय किसान को सांप ने काटा
बालेश्वर: ओडिशा के बालेश्वर जिले के सोरो ब्लॉक से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। खेत में काम करते समय सांप के काटने से एक किसान की मौत हो गई। किसान खुद को बचाने की कोशिश में सांप को पकड़कर अस्पताल भी पहुंचा, लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल बालेश्वर जिले के सोरो ब्लॉक के सान बिरिपड़ा गांव के 45 साल के किसान भरत बेहरा हर दिन की तरह सुबह-सुबह अपने खेत में धान की कटाई करने गए थे। सर्दियों की सुबह होने के कारण खेत में ओस और नमी थी, जिससे खेत में सांपों और कीड़े होने का खतरा था।
भरत खेत में फसल काट ही रहे थे कि अचानक एक जहरीले सांप ने उन्हें काट लिया। सांप के काटने का एहसास होते ही उन्होंने पास में काम कर रहे अन्य किसानों को मदद के लिए बुलाया। खेत में मौजूद किसानों ने तुरंत सांप को पकड़ लिया ताकि उसे अस्पताल ले जाकर डॉक्टरों को दिखाया जा सके। भरत बेहरा सांप को एक थैले में डालकर खुद को बचाने की उम्मीद में स्थानीय उप-स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। गांव के कुछ लोग भी उनके साथ ही थे। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार शुरू किया पर भरत की हालत बिगड़ती जा रही थी, लिहाजा उन्हें तुरंत बालेश्वर जिला मुख्य अस्पताल रेफर कर दिया गया।
बालेश्वर के CDMO ने क्या बताया?
बालेश्वर के CDMO ने बताया, ‘भरत की हालत गंभीर थी और इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन उनकी मौत हो गई। हमने शव का पोस्टमॉर्टम कराकर उनके परिजनों को सौंप दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहर के बारे में कोई पुख्ता जानकारी निकलकर सामने नहीं आ पाई। विसरा रिपोर्ट आने के बाद ही जहर के बारे में तथ्य साफ हो पाएंगे।’
डॉक्टरों ने भरत के शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिवार को सौंप दिया। अब विसरा जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिससे यह पता चल सके कि उन्हें किस प्रकार के सांप ने काटा था और शरीर में कितना जहर फैला था।
भरत बेहरा की मौत से गांव में शोक की लहर है। उनके परिजन गहरे सदमे में हैं। ग्रामीणों ने इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और दर्दनाक बताया है। गांव के बुजुर्गों का कहना है कि खेतों में काम करते समय इस तरह के खतरों का हमेशा सामना करना पड़ता है, लेकिन इस बार हादसा बहुत बड़ा हो गया। भरत बेहरा की मौत एक दर्दनाक घटना है, जो किसानों और ग्रामीणों के लिए एक चेतावनी है। सरकार और स्थानीय प्रशासन को किसानों की सुरक्षा के लिए जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।