संगम ही नहीं, महाकुंभ में पुलिस भी दिखेगी भोले के रंग में…..
प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ में केवल संगम क्षेत्र ही नहीं बल्कि उसमें बनने वाले 50 थाने भी भोले की भक्ति के रंग में रंगे दिखाई देंगे. आपको वहां पर कहीं सोमेश्वर तो कहीं महादेव थाना नजर आएगा.
प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ की तैयारियां जोरों पर हैं.. 13 जनवरी से शुरू हो रहे महाकुंभ मेले को सफल बनाने के लिए सीएम योगी ने भी कमर कस ली है. जिसके लिए उन्होंने अपने मंत्रियों को खास ज़िम्मेदारियां सौंपी है. ये मंत्री अलग-अलग राज्यों मे जाकर वहां के लोगों को महाकुंभ के लिए आमंत्रित करेंगे. ये मंत्री राज्यों में जाकर पहले वहां के मुख्यमंत्री और राज्यपाल को आमंत्रित करेंगे. फिर उनके ज़रिए वहां की जनता को भी निमंत्रण देंगे. मंत्रियों का ये दौरा कल यानी 5 दिसम्बर से शुरू होगा.. जो 30 दिसंबर तक चलेगा.
मंत्रियों को बांटी गई राज्यों की जिम्मेदारियां
जानकारी के मुताबिक़, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य तेलंगाना और आंध्र प्रदेश जाएंगे, उनके साथ यूपी के पूर्व मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह भी मौजूद रहेंगे. पंचायती राज्य मंत्री ओमप्रकाश राजभर सिक्किम जाएंगे. बिहार और पश्चिम बंगाल में निमंत्रण देने की जिम्मेदारी मंत्री राकेश सचान और दयाशंकर सिंह को दी गई है. जबकि दयाशंकर मिश्र त्रिपुरा जाकर महाकुंभ में आने का निमंत्रण देंगे.
नगर विकास मंत्री ए.के. शर्मा को गुजरात की जिम्मेदारी दी गई. मंत्री कपिल देव अग्रवाल भी उनके साथ रहेंगे. योगेंद्र उपाध्याय झारखंड, जबकि स्वतंत्र देव सिंह मध्य प्रदेश जाएंगे. डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और असीम अरुण राजस्थान जाकर निमंत्रण पत्र देंगे. इसके साथ ही डिप्टी सीएम बृजेश पाठक महाराष्ट्र भी जाएंगे. महाराष्ट्र दौरे के दौरान संजय निषाद उनके साथ होंगे.
सूर्य प्रताप शाही और बलदेव औलख हरियाणा और पंजाब के लोगों को महाकुंभ में आने का निमंत्रण देंगे. सुरेश खन्ना कर्नाटक और दिल्ली जाएंगे, जबकि बेबी रानी मौर्य उत्तराखंड जाएंगी. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया, महाकुंभ के लिए मैं महाराष्ट्र और राजस्थान जाऊंगा, कल महाराष्ट्र शपथ ग्रहण है और कल अगर व्यवस्थित बात नहीं हुई तो दोबारा मैं जाऊंगा.
40 हजार वर्ग मीटर में शिवालय पार्क का निर्माण
एक तरफ जहां प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियां जोर-शोर से चल रही है.. वहीं कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को मनोरंजन के साथ-साथ शिव भक्ति की अनुभूति कराने के लिए खास इंतजाम किये जा रहे हैं. जिसके लिए महाकुंभ क्षेत्र के अरैल स्थित यमुना तट के पास अनूठे शिवालय पार्क का निर्माण कराया जा रहा है. 40 हजार वर्ग मीटर में बन रहे इस पार्क में भारत के सभी प्राचीन शिव मंदिरों का स्वरूप श्रद्धालु एक ही जगह पर देख सकेंगे.
यह शिवालय पार्क भारत के वृहद मानचित्र के आकार का होगा. प्राचीन शिव मंदिर भारत के जिस हिस्से में हैं, मानचित्र में ठीक उसी स्थान पर वह मंदिर बनाया जाएगा. मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि शिवालय पार्क को मंदिर के रूप में विकसित किया जा रहा है. उसमें जितने भी ज्योतिर्लिंग हैं वो और जितने भी मंदिर हैं उनकी आकृतियां वहां उकेरी जा रही हैं.
उन्होंने बताया कि क़रीब 17 करोड़ की लागत से बन रहे इस पार्क का नजारा लोगों को अपनी ओर आकर्षित करेगा. ये पार्क महाकुंभ के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र हो सकता है, क्योंकि इसमें 22 मंदिरों का स्वरूप होगा, जिसमें सभी 12 ज्योतिर्लिंग के स्वरूप भी होंगे.. इसके अलावा समुद्र मंथन और हिंदू यूनिवर्स सिंबल भी होगा.
थानों में भी दिखेगा शिवभक्ति का रंग
सिर्फ पार्क और मेला क्षेत्र ही नहीं सजाया जा रहा है बल्कि कुंभ के थाने और पुलिस भी आस्था के रंग में रंगी नजर आएगी क्योंकि कुंभक्षेत्र में बने थाने भी महाकुंभ के रंग में रंगे हैं. धार्मिक नाम और पौराणिक चित्रकारी, अगर कोई श्रद्धालु इन थानों में आता है तो उसे ये नहीं लगेगा कि वो कुंभ से बाहर किसी थाने में बैठा है.
प्रयागराज महाकुंभ के एसएसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि अब संगम का अपना संगम थाना है. अक्षयवट के पास अक्षयवट थाना है और महावीर जी के पास महावीर थाना है. अभी जो एरिया बढ़ने से हमने नए थाने बनाए हैं, वो भी प्रमुख स्थल के आसपास वहां के मंदिर हैं उनके नाम पर बनाए गए हैं.
40 हजार पुलिसकर्मियों की होगी तैनाती
दरअसल महाकुंभ में 40 हजार पुलिस के जवानों की तैनाती होनी है. इसके लिए महाकुंभ क्षेत्र के सभी 25 सेक्टर में 50 पुलिस थानों का निर्माण किया जा रहा है. उन थानों के नाम उन स्थानों, जगहों के नाम पर रखे जा रहे हैं. जो मेला केंद्र का हिस्सा हैं ताकि थाने के नाम से भी मेले की यादें जुड़ी रहें.
मेले में भाग ले रहे बड़ा उदासीन अखाड़े के महंत दुर्गादास जी महराज ने कहा, ये सनातन धर्म का मेला है, महाकुंभ का मेला है. इसमें जितने भी सेक्टर बने हैं उसके नंबर हैं. हर एक सेक्टर के जो थाने बने हुए हैं, कहीं आप देखोगे महादेव थाना. कहीं आप देखोगे सोमेश्वर थाना. इससे क्या होता है की जानकारी भी हो जाती है और भाव भी उत्पन्न होते हैं.
यानी मेला क्षेत्र का हर कोना भक्ति भाव से रंगा जा रहा है. आस्था की चादर में सराबोर संगम की तलहटी सनातन के सबसे बड़े संगम के लिए तैयार है.