अडानी की कोश‍िश में ज‍िंदल और वेदांता का अड़ंगा

छत्‍तीसगढ़: अडानी ग्रुप द‍िवाल‍िया कंपन‍ियों का अध‍िग्रहण कर लगातार अपने कारोबारी साम्राज्‍य को आगे बढ़ा रहा है. प‍िछले द‍िनों गौतम अडानी ने एक और द‍िवाल‍िया कंपनी के अध‍िग्रहण के ल‍िए दांव लगया था. लेक‍िन उनकी कामयाब होने वाली कोश‍िश में ज‍िंदल और वेदांता जैसे द‍िग्‍गजों ने अड़ंगा लगा द‍िया है. इसके बाद छत्‍तीसगढ़ स्‍थ‍ित‍ केएसके महानदी पावर के अधिग्रहण की जंग द‍िलचस्‍प होती जा रही है. कंपनी के अध‍िग्रहण के ल‍िए अडानी ग्रुप की तरफ से 12,500 करोड़ रुपये की बोली लगाई गई थी. इसके बाद बाकी के बोलीदाता अपनी बोली को संशोधित करने का प्‍लान कर रहे हैं. इसके बाद अनुमान जताया जा रहा है क‍ि कंपनी के ल‍िए बोली का आंकड़ा काफी बढ़ सकता है.

एनपीए पूरी वसूली होने की उम्‍मीद की जा रही
केएसक महानदी पावर के ऋणदाताओं की समिति (COC) की तरफ से बोली को चुनौती देने वाली व्यवस्था शुरू किए जाने के बाद एनपीए पूरी वसूली होने की उम्‍मीद की जा रही है. हालांकि दिवाला एवं ऋणशोधन अक्षमता संहिता (IBC) के तहत संचालित कार्यवाही में ऐसा हो पाना मुश्‍क‍िल है. आईबीसी (IBC) स‍िस्‍टम से जुड़े सूत्रों ने बताया क‍ि केएसके महानदी को लेकर दिलचस्पी जगाने का क्रेड‍िट अडानी ग्रुप को द‍िया है. अडानी ग्रुप की तरफ से कंपनी की बोली में शाम‍िल होने से दूसरे बोलीदाताओं ने भी इसके प्रत‍ि रुझान बढ़ा द‍िया है.

अडानी ग्रुप ने 12500 करोड़ की शुरुआती बोली लगाई
अडानी ग्रुप ने संकटग्रस्त कंपनी केएसक महानदी पावर के लिए 12,500 करोड़ रुपये की शुरुआती ऊंची बोली लगाई है. यह बोली दूसरे नंबर पर मौजूद बोलीदाता की तुलना में 4,800 करोड़ रुपये (62 प्रतिशत) ज्‍यादा है. इसका नतीजा यह हुआ क‍ि एनटीपीसी समेत 10 बोलीदाताओं में से छह ने अब अडानी ग्रुप की तरफ से लगाई गई बोली के आसपास के संशोधित प्रस्ताव पेश किए हैं. इससे बोलीदाताओं के बीच कंप्‍टीशन बढ़ गया है, जिससे परिसंपत्ति मूल्य बढ़ेगा.

केएसके महानदी की स्थापित क्षमता 1800 मेगावाट
सूत्रों ने कहा कि यह अधिकतम मूल्य हासिल करने पर आईबीसी (IBC) के जोर को दर्शाता है. अडानी की प्रतिस्पर्धी बोली केएसके महानदी के 10,000 करोड़ रुपये के कथित नकद भंडार और 4,000 करोड़ रुपये की व्यापार प्राप्तियों को जोड़कर करीब 27,000 करोड़ रुपये हो जाती है. इसका मतलब यह है क‍ि कर्जदाताओं को बकाया लोन के 92 प्रतिशत की वसूली हो सकती है. छत्तीसगढ़ में स्थित केएसके महानदी की स्थापित क्षमता 1,800 मेगावाट है.

6500 करोड़ से 7700 करोड़ के बीच लगाई दूसरों ने बोली
करीब 29,330 करोड़ रुपये के कर्ज बोझ वाली इस परियोजना को 2019 में दिवाला समाधान प्रक्रिया में लाया गया था. अडानी पावर की 12,500 करोड़ रुपये की बोली प्रतिस्पर्धी संस्थाओं के बीच सबसे ऊंची पेशकश थी. इस प्रक्रिया में जेएसडब्ल्यू एनर्जी, जिंदल पावर, वेदांता, एनटीपीसी और कोल इंडिया जैसी दिग्गज कंपनियां शामिल थीं. लेकिन उनकी बोलियां 6,500 करोड़ से 7,700 करोड़ रुपये के बीच थीं. इसके बाद कर्जदाताओं की समिति ने बोली चुनौती व्यवस्था अपनाने का फैसला किया. नई व्यवस्था के तहत बाकी दावेदारों ने बढ़ी हुई बोलियां लगाई हैं.

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