घायल जवान को दिल्ली लाने के दौरानजरूरी मेडिकल सहायता दी गई

दिल्ली :रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच भारतीय नागरिकों को सुरक्षित वापस लाने वाली भारतीय सेना ने एक बार फिर कमाल कर दिखाया है। इजराइल और हिजबुल्ला के बीच संघर्ष के दौरान भारतीय सेना एक घायल जवान को सुरक्षित बाहर निकाला है। भारतीय सेना की एक टीम ने एक डॉक्टर के नेतृत्व में सी 130 एयर एम्बुलेंस के जरिए यूएनडीओएफ गोलान हाइट्स से एक घायल भारतीय सेना के जवान को रेस्क्यू किया। इस ऑपरेशन का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कर्नल अनुज सिंह ने किया। उनके साथ दो प्रशिक्षित पैरामेडिक्स भी थे।
क्रिटिकल केयर एयर इवैक्यूएशन मेडिकल टीम घायल जवान को लेकर दिल्ली कैंट के बेस अस्पताल पहुंची। घायल जवान को दिल्ली लाने के दौरान रास्ते में भी जरूरी मेडिकल सहायता दी गई और रास्ते में ही उसका इलाज शुरू हो चुका था।

कई एजेंसियों ने पूरा किया मिशन
भारतीय वायु सेना, विदेश मंत्रालय और अन्य एजेंसियों ने साथ मिलकर इस मिशन में को पूरा किया। बचाव अभियान ने न केवल यह सुनिश्चित किया कि घायल सैनिक को बेहद मुश्किल हालातों के बीच भारत लाया जाए, बल्कि रास्ते में अत्याधुनिक क्रिटिकल केयर सहायता भी प्रदान की गई। 33 वर्षीय हवलदार सुरेश आर को 20 सितंबर को सीजेड (इज़राइल की ओर) के लेवल 1 अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया था। घायल जवान समय/स्थान/व्यक्ति से वाकिफ नहीं था और विक्षिप्त लग रहा था। उसके मेडिकल इतिहास में 22 अगस्त से 20 सितंबर तक रामबाम अस्पताल, हाइफा, इजराइल में 30 दिनों का प्रवेश शामिल था।

अब कैसी है हालत
जवान को सिर में चोट, अनिर्दिष्ट आघात, सबराच्नॉइड रक्तस्राव, डिफ्यूज एक्सोनल चोट और हेमिपैरेसिस की परेशानी थी। वर्तमान में उनके महत्वपूर्ण अंग स्थिर हैं और कमरे की हवा में 98% सेचुरेशन, जीसीएस 10/15 बनाए हुए हैं, जबकि उनके शरीर की हरकतें तेज और सहज हैं। एयर एम्बुलेंस मरीज को लेकर तेल अवीव से 01.20 बजे (आईएसटी) रवाना हुई और 10 बजे (आईएसटी) जामनगर पहुंची। उन्हें आगे पालम नई दिल्ली ले जाया गया और 26 सितंबर 2024 को लगभग 2 बजे वे दिल्ली पहुंच गए। बाद में उन्हें एम्बुलेंस के माध्यम से दोपहर 3 बजे आर्मी हॉस्पिटल आर एंड आर, नई दिल्ली में स्थानांतरित कर दिया गया।

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