आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस के एक प्लान से 5 राज्यों में मचाई ‘खलबली’
विदेश में पनाह ले रहे लोग, तैयार हुआ नया 'अरेस्ट' प्लान
नई दिल्ली: इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पुलिस के एक एक्शन ने पांच राज्यों में सक्रिय ट्रैवल एजेंट्स के बीच भगदड़ की स्थिति बना दी है. आलम यह है कि आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस के इस एक्शन से बचने के लिए कई ट्रैवल एजेंट्स ने विदेश में पनाह लेना शुरू कर दी है. वहीं, गिरफ्तारी के डर से विदेश भाग चुके ट्रैवल एजेंट्स के लिए आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने एक नया प्लान तैयार किया है. एयरपोर्ट पुलिस का दावा है कि जल्द ही इन सभी ट्रैवल एजेंट्स को भी उनकी सही जगह सलाखों के पीछे पहुंचा दिया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि आईजीआई एयरपोर्ट के पुलिस उपायुक्त के तौर पर पदभार संभालने के बाद आईपीएस अधिकारी उषा रंगनानी के सामने मौजूद तमाम चुनौतियों में एक बड़ी चुनौती फर्जी वीजा पर विदेश जाने की कोशिश से जुड़े मामले थे. इन मामलों की समीक्षा के दौरान डीसीपी उषा रंगनानी ने पाया कि फर्जी वीजा से जुड़े इन मामलों में कार्रवाई कहीं न कही यात्रियों तक ही सीमित हो रही थी. वहीं, इन यात्रियों को फर्जी वीजा मुहैया कराने वाले ट्रैवल एजेंट्स खुद को पुलिस के शिकंजे से खुद को बचाने में कामयाब हो रहे थे.
आलीशान जिंदगी का सब्जबाग दिखाकर बिछाते थे जाल
समीक्षा के दौरान यह भी पाया गया कि ट्रैवल एजेंट पहले विदेश में आलीशान जिंदगी का सब्जबाग दिखाकर भोलेभाले लोगों के लाखों रुपए वसूल लेते थे और बाद में उन्हें फर्जी वीजा थमा देते थे. फर्जी वीजा के इस सिंडेकेट में यात्रियों को पहले ऐसे देशों के लिए रवाना किया जाता था, जहां पर ऑन अराइवल वीजा की सुविधा है. वहीं उस देश में पहुंचने के बाद उन्हें गैरकानूनी तरीके से अमेरिका, कनाडा सहित अन्य देशों में भेजने की कोशिश की जाती थी. ट्रैवल एजेंट के जाल में फंसे ये लोग विदेशी एयरपोर्ट तक तो पहुंच जाते थे, लेकिन वहां से उन्हें डिपोर्ट कर दिया जाता था.
छह महीनों सलाखों के पीछे पहुंचे 108 ट्रैवल एजेंट
दिल्ली एयरपोर्ट पर बतौर डिपोर्टी वापसी पर इन यात्रियों को गिरफ्तार कर लिया जाता था. ऐसे स्थिति में, यात्रियों की जेब से लाखों रुपए भी निकल जाते थे और विदेश की जगह जेल जाने को मजबूर होना पड़ता था. पूरी स्थिति का आंकलन करने के बाद डीसीपी उषा रंगनानी ने एक मुहिम की शुरूआत कर आरोपी ट्रैवल एजेंट्स की धरपकड़ शुरू की. सालों पुराने मामले एक बार फिर खोले गए. देखते ही देखते, आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने 2024 से पुराने मामलों में 51 और नए मामलों में 57 ट्रैवल एजेंट्स को गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्तारी से बचने के लिए एजेंट भागे विदेश
आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस की दिल्ली से शुरू हुई यह कार्रवाई देखते ही देखते पंजाब, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल तक पहुंच गई. पुलिस ने महज छह महीने की छोटी सी अवधि में 108 ट्रैवल एजेंट्स को धोखाधड़ी के आरोप में सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. वहीं, आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस के इस एक्शन के बारे में पता चलते ही इन पांचों राज्यों में ट्रैवल एजेंट्स के बीच भगदड़ की स्थिति बच गई. दर्जनों ट्रैवल एजेंट पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए या तो अंडर ग्राउंड हो गए या फिर विदेश में जाकर पनाह ले ली.
76 ट्रैवल एजेंट के खिलाफ जारी हुआ एलओसी
आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने नए प्लान के तहत करीब 76 ट्रैवल एजेंट्स के खिलाफ सर्कुलर नोटिस जारी किया गया है. इन एजेंट्स के बारे में सभी एयरपोर्ट, सीपोर्ट और बॉर्डर पोस्ट को सूचित कर दिया गया है. पुलिस की कोशिश है कि विदेश से वापसी या विदेश जाने की कोशिश के दौरान इन ट्रैवल एजेंट्स को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा जा सके. उल्लेखनीय है कि बीते वर्ष की कार्रवाई की अपेक्षा 24 में आरोपी ट्रैवल एजेंट्स को सलाखों के पीछे भेजने के मामले में करीब दोगुनी की वृद्धि हुई है.